BILASPUR. छत्तीसगढ चुनावी सियासत तेज हो गई है, सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्ष में बैठी भाजपा के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। दोनों ही पार्टियां एक दूसरे पर आरोप लगा रही हैं। आज सीएम बघेल ने भाजपा के केंद्रीय विधायक प्रवास कार्यक्रम पर तंज कसते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में अच्छे भाजपा नेताओं की कमी है, इसलिए चुनावी प्रबंधन के लिए बाहर से भाजपाइयों को विधायक बुलाने पड़ रहे हैं।
साथ ही सीएम बघेल ने भाजपा से दो सवाल भी पूछा है कि अडानी को दी गई आयरन और कोल खदान को निरस्त किया जाना चाहिए या नहीं और रायगढ़ में अडानी को दी गई गारे पेलमा अडानी को दिया गया है, उसे निरस्त किया जाना चाहिए या नहीं किया जाना चाहिए।
भाजपा है आरक्षण विरोधी
सीएम बघेल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में जातिगत जनगणना किया जा रहा है। उस पर हाईकोर्ट ने स्टे लगा दिया है, इसके बाद बिहार सरकार सुप्रीम कोर्ट गई है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार के अटॉर्नी जनरल तुषार मेहता जातिगत जनगणना का विरोध कर रहे हैं। ये स्पष्ट करती है कि भाजपा आरक्षण विरोधी है।
SECL और NMDCL प्राइवेट करने पर भड़के
सीएम बघेल ने कहा कि सार्वजनिक उपक्रमों को बेचा जा रहा है, खदानों का प्राइवेटाइजेशन किया जा रहा है। SECL KO प्राइवेट हाथों में सौंपा जा रहा है। तो वहीं NMDCL को भी निजी हाथों में लगभग दे दिया गया है। यदि सभी उपक्रम निजी हाथों में चले गए तो आरक्षण का लाभ कैसे मिलेगा।
चीन को लाल आंख दिखाने की जरूरत
सीएम बघेल ने अरुणाचल प्रदेश पर कहा कि अरुणाचल प्रदेश शुरुआत से भारत का हिस्सा है। भारत सरकार को चीन की हरकत का पुरजोर विरोध करना चाहिए। जो नक्शा जारी किया गया है उसमें सुधार जल्द किया जाना चाहिए। मोदी सरकार द्वारा जो लाल आंख दिखाने की बात कही गई थी आज वो दिखाई देना चाहिए.