LUCKNOW. आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी AI को लेकर लोगों के बीच चिंता पैदा हो रही है। दरअसल, लोगों को लग रहा है कि इसकी वजह से उनकी नौकरियां जा सकती हैं। मगर, यही एआई पुलिस के लिए नया हथियार बनकर भी साबित हो रहा है। दरअसल, सरकारी नौकरी में मदद करने वाले य6 सॉल्वर सहित 40 लोगों को गिरफ्तार किया है।
उत्तर प्रदेश में ग्राम्य विकास अधिकारी और समाज कल्याण पर्यवेक्षक की परीक्षा के दौरान गड़बड़ी करने वालों को पुलिस ने एआई की मदद से गिरफ्तार किया है। आई स्कैनर, ब्लू टूथ और फिंगर मशीन के जरिए ये गिरफ्तारी की गई है। परीक्षा के दौरान एक ऐसे सॉल्वर को भी गिरफ्तार किया गया है, जो हाईटेक ब्लू टूथ कान में इस तरह से लगाए था, जिसका पता करना आसान नहीं था।
यही नहीं, अभ्यार्थियों की जगह दूसरी परीक्षार्थी यानी सॉल्वर को बैठाने की भी तरकीब भी धरी की धरी रह गई। दरअसल, गिरोह ने एडमिट कार्ड पर दो चेहरों की मिक्सिंग करके फोटो लगाई थी, ताकि फोटो के जरिए असली नकली की पहचान न हो पाए. हालांकि, पुलिस ने संदिग्धों का जब आई स्कैनर किया, तो पता चला कि यह अभ्यर्थी नहीं, बल्कि उनकी जगह परीक्षा देने आए सॉल्वर हैं। गोरखपुर के एसपी सिटी कृष्ण विश्नोई ने बताया कि सॉल्वर गैंग के 6 सदस्यों को गिरफ्तार गया किया है। इनमें से 5 लोग बिहार के नालंदा और पटना के रहने वाले हैं। वहीं, एक शख्स झारखंड के गिरीडीह का रहने वाला है। पकड़े गए सॉल्वर ने बताया कि इनका गैंग पटना में एक कोचिंग इंस्टीट्यूट चलाता है। यहां पढ़ने आने वाले लोगों को वे फंसाकर पैसे ऐंठते हैं।
एसपी ने बताया कि परीक्षार्थियों से एक लाख रुपये लिए जाते थे, जिसमें से 20 हजार रुपये एडवांस में लिए जाते हैं। बाकी के पैसे परीक्षा पास होने के बाद देने होते थे। गैंग का मास्टरमाइंड फिलहाल फरार बताया जा रहा है। इन लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की जाएगी।