RAIPUR. प्रदेशभर के स्वास्थ्यकर्मी अपनी 24 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इसके कारण पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था बिगड़ गई है। इसका असर सबसे ज्यादा सरकारी अस्पतालों में पड़ा है। अंबेडकर अस्पताल और डीकेएस सरकारी सुपर स्पेशलिटी सेंटर रुटीन में होने वाले सभी ऑपरेशन स्थगित कर दिए गए हैं। वहीं इमरजेंसी वाली सर्जरी नर्सिंग के छात्राओं द्वारा की जाएगी। बता दें हड़ताल के पहले दिन डाक्टर और जूनियर डाक्टरों ने OPD में मरीजों की जांच जरूर की लेकिन न तो खून की जांच हुई न एक्स-रे लिए गए। यहां तक की दवा का काउंटर भी बंद रहा, जिसके चलते मरीजों को दवाईयां भी नहीं मिली।
दर दर भटके मरीज
दरअसल, शुक्रवार-शनिवार को पैथालॉजी और एक्स-रे जांच करवाने वाले भी मंगलवार को अपनी रिपोर्ट के लिए भटकते रहे। वहीं इमरजेंसी वाले मरीजों को किसी प्रकार जांच रिपोर्ट जूनियर डाक्टरों ने दी लेकिन रुटीन के मरीजों का इलाज इस दौरान अटक गया और उन्हें जांच रिपोर्ट नहीं मिली। इसके चलते वे डाक्टर को अपनी रिपोर्ट नहीं दिखा सके। MRI और सिटी स्कैन की रिपोर्ट लेने जाने वालों को तो सुरक्षा कर्मियों ने गेट पर ही रोक दिया। इसे लेकर कुछ मरीजों ने भी विरोध किया।
DKS में भी दैनिक वेतन भोगी हड़ताल पर
डीकेएस अस्पताल के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी भी नियमित कर्मियों की हड़ताल का समर्थन करने के साथ अपनी मांगों को लेकर ड्यूटी पर नहीं पहुंचे। वहीं नियम अनुसार अस्पताल के दैनिक वेतन भोगी कर्मी अचानक हड़ताल पर नहीं जा सकते। उनकी हड़ताल की जानकारी मिलने से आला अफसर बेहद नाराज हैं। इसकी जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों ने अस्पताल प्रशासन से पूरी जानकारी ली। अस्पताल अधीक्षक डा. शिप्रा शर्मा के अनुसार सभी को नोटिस जारी कर तुरंत ड्यूटी पर लौटने को कहा जाएगा।
इन मांगों को लेकर स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल पर
प्रदेश के स्वास्थ्यकर्मी 24 सूत्रीय मांगों लेकर हड़ताल कर रहे है, इनमें गृह जिले में तबादले का लाभ, एक्स-रे व रेडियोथैरेपी स्टाफ को 25 फीसदी विकिरण भत्ता, 2013 के पूर्व के ड्रेसर को समयमान वेतनमान, हर साल 13 महीने का वेतन, ओपीडी एक पाली में रखें, फार्मासिस्ट व तकनीशियन, चतुर्थ श्रेणी स्टाफ को CRMC भत्ता,नेत्र सहायक अधिकारी, मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट, रेडियोग्राफर फार्मासिस्ट ग्रेड-2 को पदोन्नति, एनसीडी फैमिली प्लानिंग काउंसलर को 25 हजार प्रतिमाह वेतन, नियमितीकरण होने तक कर्मियों की सेवानिवृत्ति 62 साल, हेवी लाइसेंस वाले ड्राइवरों को लेवल 6 वेतन मिले जैसे मागें शामिल है।