RAIPUR. मध्यप्रदेश के व्यापमं घोटाले के किस्से आपने खूब सुने होंगे, लेकिन अब छत्तीसगढ़ में भी व्यापम परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगा है। इस बीच, आज राजधानी रायपुर में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के कार्यकर्ताओं ने व्यापम परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए रायपुर में छत्तीसगढ़ कर्मचारी चयन बोर्ड का घेराव किया। दरअसल, भारतीय जनता युवा मोर्चा ने अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर आज भर्ती में भ्रष्टाचार के विरोध में व्यावसायिक परीक्षा मंडल कार्यालय का घेराव किया। घेराव के दौरान भारी संख्या में उपस्थित भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने गोबर और स्याही के माध्यम से अपना विरोध व्यापमं कार्यालय में दर्ज किया।
आज आंदोलन के दौरान भाजयुमो कार्यकर्ताओं और पुलिस के साथ झूमाझटकी भी हुई। इसके कारण कई कार्यकर्ताओं को चोटें भी पहुंची। इस आंदोलन में भाजयुमो को उन युवाओं का भी साथ मिला जो व्यापम परीक्षाओं में हुई अनियमितता के चलते परेशान हैं। भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत ने इस दौरान कहा कि छत्तीसगढ़ के युवाओं के भविष्य को भूपेश बघेल की सरकार ने बर्बाद कर डाला है। हमारा राज्य प्रतिभावन युवाओं से भरा हुआ है जो देशभर के अलग-अलग जगह प्रदेश का नाम रोशन करते हैं।
भूपेश बघेल की सरकार ने अपने शासनकाल में प्रदेश के युवाओं का भविष्य अपनी भ्रष्ट नीति से बर्बाद कर दिया है। भाजयुमो ने घेराव के बाद राज्यपाल के नाम संबोधित एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें मोर्चा ने कई बिंदुओं पर राज्यपाल का ध्यान आकृष्ट किया है।
राज्यपाल के नाम ज्ञापन में इसका भी जिक्र
ज्ञापन में कहा गया है कि वर्तमान में राज्य के संपूर्ण जिलों में सहायक ग्रेड-3 / स्टेनोग्राफर तथा तृतीय श्रेणी की सीधी भर्ती बिना परीक्षा आयोजित किये जिलावार की जा रही है, जो कि अनुचित प्रक्रिया है। यह भर्तियां पूर्व में प्रदेश स्तर पर 15 वर्षों तक छत्तीसगढ़ व्यापमं के माध्यम से प्रतियोगी चयन परीक्षा के आधार पर होती रही है।
स्थानीय स्तर पर अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने का दृश्य भी प्रकट हो रहा है। स्वामी आत्मानंद स्कूल में सहायक शिक्षक प्रयोगशाला की भर्ती में इंटरव्यू हेतु 35 लोगों को बुलाया जाता है और अंतिम चयन सूची में ऐसे 2 लोगों का नाम आता है, जिनका नाम पूर्व घोषित 35 उम्मीदवारों की सूची में नहीं था। मोर्चा ने अपने ज्ञापन में कहा है कि सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा व्यापमं द्वारा ली गयी और परीक्षा का परिणाम भी व्यापमं को जारी करना था परन्तु पुलिस मुख्यालय द्वारा व्यापमं से बंद लिफ़ाफ़े में परिणाम अपने यहां मंगवा लिया गया, जो कि अनुचित प्रक्रिया थी।