RAIGARH. छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में आज से राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का कार्यक्रम शुरू हो गया है, और यह कार्यकर्म आने वाले 03 जून तक चलेगा. इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी आज रामलीला मैदान रायगढ़ में पहुच चुके है.पूरा मंच “राम राम जय राजाराम, राम राम जय सीताराम” की पंक्तियों के साथ भक्ति में डूबा हुआ है. कार्यकर्म की शुरुआत राज्यगीत के साथ हुआ है. मुख्यमंत्री बघेल का स्वागत रामचरित मानस की प्रति भेंट-कर एवं राजकीय गमछे के साथ किया गया स्वागत। इस दौरान इंडोनेशिया का दल मार्चपास्ट करते नज़र आ आया. इसके अलावा गोआ से छत्तीसगढ़ के कलाकारों ने भी मार्च पास्ट में लिया हिस्सा।
इस पवन अवसर पर माधव कंदली असमिया रामायण के लेखक हैं, जिस तरह कृतिवास ने बंगला में अद्भुत रामायण रचा, उसी तरह असमिया रामायण भी असम में लोक परंपरा में गहराई से बसा है। आज इस पवन अवसर पर छत्तीसगढ़ की भूमि पर असम से आए 21 सदस्यीय असमिया रामायण की प्रस्तुति देगें.
इन राजियों से आए इतने कलाकार
छत्तीसगढ़ में आयोजित राष्ट्रिय रामायण महोत्सव में तमाम राजियों से दल अपनी प्रस्तुति देने आए हैं, इनमें केरल से कलाकारों का 12 सदस्यीय दल आया वहीं मध्यप्रदेश से 25 सदस्य प्रसतुति देने आए हैं। कर्नाटक से आए दल एवं महाराष्ट्र से आए 18 सदस्यीय कलाकार आए हैं.
वहीं उत्तराखंड के दल की अगुवाई रावण करते नज़र आए. यह परंपरा तब की है जब राम भी लक्ष्मण जी को अंतिम समय में रावण से ज्ञान प्राप्त करने भेजते हैं ताकि रावण मृत्यु के वक़्त अपना ज्ञान लक्ष्मण को दे सके। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के कलाकारों ने भी सुंदर प्रस्तुति दी है. इस अवसर पर 12 राज्यों के 270 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे है. वहीं इनमें प्रदेश के 70 कलाकार और विदेशों से 27 कलाकार शामिल हुए है.