RAIPUR. छत्तीसगढ़ में कोल घोटाले के बाद अब शराब मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लगातार कार्रवाई कर रही है। 2000 करोड़ शराब घोटाले के मामले में फरार चल रहे अरविंद सिंह को भिलाई के रामनगर मुक्तिधाम सुपेला से ईडी ने गिरफ्तार कर रायपुर लाई है। इस मामले में ईडी ने शिकंजा कसते हुए सख्ती से कार्रवाइ्र कर रही है। वहीं, शराब घोटाला प्रकरण में पकड़े गए ट्रांसपोर्टर अरविंद सिंह को आज ईडी ने कोर्ट में पेश किया। अरविंद सिंह को विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में पेश किया गया। इसकी सुनवाई भी शुरू हो गई है। बताया जाता है कि ईडी कोर्ट से पूछताछ के लिए रिमांड मांग सकती हैँ
गौरतलब है कि अरविंद सिंह की मां कलावती देवी का रविवार को निधन हो गया था और सोमवार को अंतिम संस्कार किया गया। भिलाई के रामनगर मुक्तिधाम में अरविंद सिंह ने अपनी मां को मुखाग्नि दी। इसके बाद वहां पर सीआरपीएफ के साथ पहुंचे ईडी के लोगों ने अरविंद सिंह को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि ईडी के पचपेडी नाका स्थिति कार्यालय में पूछताछ की गई थी। कोर्ट में सुनवाई के दौरान मामले को देखते हुए ईडी अरविंद सिंह की रिमांड मांग सकती है।
ये है पूरा माला
छत्तीसगढ़ में हुए 2 हजार करोड़ के शराब घोटाले में ईडी ने रायपुर के महापौर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर को हिरासत में लिया था। उसकी पूछताछ के बाद ईडी ने दावा किया था कि छत्तीसगढ़ में 2019 से 2022 के बीच शराब घोटाले के जरिए 2 हजार करोड़ का भ्रष्टाचार किया गया है। इसका मास्टरमाइंड अनवर ढेबर है, जिसने पूरा सिंडिकेट तैयार कर लिया था। उसने मार्कफेड औप आबकारी के बड़े अफसरों की मिलीभगत से डिस्टलरों, शराब निर्माताओं, बॉटल और होलोग्राम तैयार करने वाली एजेंसियों से साठगांठ की थी। इसी के आधार पर ईडी ने इस मामले से जुड़े कई अन्य लोगों को भी एक-एक कर गिरफ्तार किया। इस मामले में ईडी ने कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को भी गिरफ्तार किया और उसके बाद भिलाई के शराब कारोबारी पप्पू ढिल्लन को भी हिरासत में लिया था।