DURG. दुर्ग पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा आज संयुक्त रूप से शहर की स्कूल बसों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई है. टीम ने बसों की फिटनेस जांचने के साथ बस चलाने वाले चालकों का स्वास्थ्य परिक्षण किया और उन्हें यातायात नियम न तोड़ने की समझाइश भी दी है.
इन चरणों में की गई जांच
सबसे पहले चरण में स्कूल बसों के सम्पूर्ण दस्तावेजों की जांच की जा रही है. इसके बाद मेकैनिकल जांच की जा रही है कि गाड़ी की ब्रेक सिस्टम, गियर सिस्टम, लाइट, इंडिकेटर और वाईपर सही से काम कर रहा है या नही, इसके बाद तीसरे चरण में ये देखा जा रहा है कि इन स्कूल बसों में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन हो रहा है या नही, इस गाइडलाइन के तहत बसों में कैमरा, फर्स्ट एड बॉक्स, अग्निशामक यंत्र और इमरजेंसी दरवाजा अनिवार्य रूप से होना चाहिए एवं अच्छे से काम करना चाहिए.
चालकों का किया जा रहा स्वास्थ्य परिक्षण
जांच के चौथे चरण में चालकों का स्वास्थ्य परिक्षण किया गया, जिसमें देखा गया कि उनके देखने की क्षमता कितनी दूरी तक है, एवं अन्य स्वास्थ्य जांच किया गया. साथ ही जिन बसों की जांच हो जा रही है उनके पहचान के लिए उन्हें एक स्टीकर भी दिया गया.
यातायात संकेतों के बारे में दी समझाइश
दुर्ग ट्राफिक डीएसपी सतीश ठाकुर ने बताया कि हमारा उद्देश्य यहाँ है कि जो भी बच्चें इन बसों में यात्रा करें वो सुरक्षित रहे. साथ ही बस चालकों को यातायात संकेतों के बारे में बताया गया है ताकि वे इसका पालन करें. साथ ही बस चालकों को शराब पीकर और मोबाईल पर बात करते हुए वाहन चलाने से मना करते हुए समझाइश दी गई है .