RAIPUR. आदिपुरुष की रिलीज के साथ ही एक बार फिर से विवाद शुरु हो गया है। साउथ के सुपरस्टार प्रभास की यह बहुप्रतीक्षित फिल्म थी, जिसमें वह भगवान श्रीराम की भूमिका में दिखाई देने वाले थे। हालांकि, पहले ही से कृति सेनन को सीता के रूप में चुनने के बारे में विवाद शुरू हो गए थे, जबकि लक्ष्मण और हनुमान की कास्टिंग पर भी सवाल उठे थे।
फिल्म अदिपुरुष को लेकर पूरे देश में बवाल मचा है। छत्तीसगढ़ में भी इससे अछूता नहीं है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस फिल्म को प्रतिबंधित करने के बारे में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यदि जनता की मांग आएगी, तो छत्तीसगढ़ में अदिपुरुष को प्रतिबंधित करने की बात सोची जाएगी।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बगेल ने इस फिल्म के खिलाफ कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि बजरंगबली से बजरंगदल के डायलॉग बुलवाए गए हैं। फिल्म में संवाद और भाषा अमर्यादित है। उन्होंने कहा कि रामायण में भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा गया है। मगर, फिल्म में जिन संवादों का इस्तेमाल किया गया है, वे अमर्यादित हैं।यह बहुत आपत्तिजनक है, मैं इसकी निंदा करता हूं। उन्होंने कहा कि, जो धर्म के ठेकेदार बनते हैं, वह इस मामले में मौन क्यों हैं। उन्होंने कहा कि, 10 ग्राम गांजा के बदले बॉलीवुड को दबाव में लाने की कोशिश की गई। ये सारी फिल्में उसी का परिणाम हैं।
दिल्ली हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल
आदिपुरुष फिल्म के कुछ अंशों को हटाए जाने की मांग करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट में अर्जी लगाई गई है। हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता की ओर से दाखिल याचिका में कहा गया है कि इस फिल्म में भगवान राम द्वारा रामायण का मजाक बनाया गया है। फिल्म के जरिए हमारी संस्कृति पर भी मजाक किया गया है। याचिका में मां सीता, श्रीराम, हनुमान और रावण से संबंधित कई ऐसे सीन हटाने की मांग की गई है, जिससे हिंदुओं की भावनाएं आहत हुईं हैं।
नेपाल में प्रदर्शन पर रोक
उधर, नेपाल की राजधानी काठमांडू के सिनेमाघरों में फिल्म आदिपुरुष का प्रदर्शन रोक दिया गया है। शहर के मेयर ने निर्माताओं से कहा है कि सीता के जन्मस्थान के बारे में गलती सुधारें और सही जानकारी दें। फिल्म में माता सीता को भारत की बेटी बताया गया है, जबकि उनका जन्म नेपाल में हुआ था। जब तक इसे सुधारा नहीं जाएगा, फिल्म काठमांडू के थियेटर्स में नहीं चलेगी।