BHILAI. CGPSC 2021 के परीक्षा परिणाम में होने वाले भ्रष्टाचार को लेकर प्रदेश में अब भी गरमा गर्मी बरकरार है। इसी के तहत भारतीय जनता युवा मोर्चा ने भी शासन पर कई बड़े सवाल उठाये है।
दरसल विगत दिवस छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग की राज्य सेवा परीक्षा 2021 का अंतिम परिणाम जारी किया गया। जिसकी मेरिट सूची ने सभी को हैरान कर दिया। चयन सूची में टॉप 20 लोगों में बड़े नेता-अफसरों के बच्चों के नाम शामिल है। मेरिट सूची जारी होते ही और इस भ्रष्टाचार का अंदाजा लगते ही विवाद बढ़ने लगा।
इसमे आयोग के अध्यक्ष के पुत्र का नाम बिना उपनाम के शामिल किया गया, प्रदेश के प्रमुख अधिकारी जनों के पुत्र-पुत्रियां, निजी पार्टी के नेता के बेटी- दामाद का चयन भी प्रथम 20 लोगों की सूची में शामिल है। वर्ष 2022 में आयोग द्वारा सामान्य प्रशासन विभाग के भृत्य (लेवल – 1) के 80 पदों पर भर्ती प्रक्रिया आयोग द्वारा करवाई जा रही है जबकि यह भर्ती प्रक्रिया छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) के अंतर्गत होनी थी। वही दूसरी ओर वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा छात्रावास अधीक्षक श्रेणी-द की पदों की भर्ती सूचना जारी की गयी है जबकि यह भर्ती प्रक्रिया छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) के अंतर्गत होनी थी।इसके साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग में होने वाली परीक्षाओं में परीक्षा नियंत्रक एवं सचिव 4 वर्ष से अधिक समय होने के बावजूद बैठे हुए है,जबकि नियम के अनुसार किसी भी विभाग में 3 वर्ष से अधिक समय तक किसी भी अधिकारी को पदस्थ नहीं रखा जा सकता।
इन समस्त बिंदुओं पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रतिभावान युवाओं, प्रदेश के उज्जवल भविष्य तथा युवाओं के अधिकार के लिए आवाज उठाई हैं। और कांग्रेस सरकार से कुछ मांगे की हैं।जैसे छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की राज्य सेवा परीक्षा 2021 परिणाम को तत्काल रद्द किया जाए और दोबारा परीक्षा आयोजित की जाए। इसके साथ ही परीक्षा परिणाम की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और आयोग के अध्यक्ष,आयोग के सचिव और परीक्षा नियंत्रक को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग भी की गई है।
इन तमाम मांगो को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा के छत्तीसगढ़ शासन को ज्ञापन सौंपा हैं। इसके साथ ही मांगो पर अमल न करने व दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही नही होने पर सदन की सड़को पर उग्र आन्दोलन करने की चेतावनी भी दी है।