SURAJPUR. सूरजपुर में फिर से एक बार रिश्तों को शर्मसार करने का मामला सामने आया है। यहां पर एक चाचा ने अपनी ही मासूम भतीजी को अपनी हवस का शिकार बना डाला है। मासूम छात्रा इस दरिंदे को अपने पिता का दर्जा देती थी, लेकिन इस हैवान के सिर पर तो कुछ और ही सवार था। इस सनक में इस दरिंदे ने कुछ ऐसा कर दिया जिसे सुनकर आपकी भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे। फिलहाल पुलिस ने इस शातिर अपराधी को गिरफ्तार कर उसके सही ठिकाने जेल भेज दिया है।
पुलिस अभिरक्षा में दिखता यह शख्स है निरापत बछाड़, इस पर आरोप है कि नवमी कक्षा में पढ़ने वाली इसकी सगी भतीजी को पिछले कई महीनों से अपनी हवस का शिकार बना रहा था और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देता था। वह मासूम डर की वजह से इसकी दरिंदगी पिछले कई महीनों से सहती रही, बार-बार गिड़गिड़ाने के बावजूद यह दरिंदा पिछले कई महीनों से इस की अस्मत लूटता रहा, वह मासूम इस दरिंदे के सामने रहम की भीख मांगती रही। बावजूद इसके इस हैवान का दिल नहीं पसीजा, आखिरकार जब नाबालिक गर्भवती हो गई तब घर वालों को इसकी जानकारी हुई। जिसके बाद पीड़ित बच्ची ने रो-रोकर अपने परिजनों को अपनी आपबीती बताई। जिसके बाद परिजनों ने स्थानीय थाने में जाकर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
बता दें आरोपी के द्वारा यह पहला घिनौना कृत्य नहीं है, इसके पहले भी यह महिलाओं के नहाते समय का अश्लील वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने के आरोप में जेल की हवा खा चुका है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल 3 टीम बनाकर, आरोपी की पतासाजी में जुट गई, और कुछ ही घंटो में आरोपी को पकड़ने में सफलता मिल गई। पुलिस को पहले सूचना मिली कि आरोपी ट्रेन से कोलकाता भागने की फिराक में है। इसके बाद पुलिस की एक टीम रेलवे स्टेशन पर सभी ट्रेनों की तलाशी ले रही थी। तभी पुलिस को मुखबिर से जानकारी मिली की आरोपी बस से रायगढ़ की ओर जाते हुए देखा गया है, जिसके बाद पुलिस तत्काल हरकत में आई और कई किलोमीटर बस का पीछा कर आरोपी को गिरफ्तार किया।
मामले में सुभाष कुजुर, थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया जिसके बाद पुलिस ने दुष्कर्म और पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
एक सर्वे के अनुसार नाबालिक बच्चों के साथ यौन शोषण के मामलों में अपने ही लोगों की संख्या ज्यादा होती है, ऐसे में जरूरत है कि परिजन बच्चों को गुड टच और बैड टच की जानकारी दें साथ ही उनके साथ लगातार बातचीत करें ताकि अगर कोई ऐसी घटना बच्चों के साथ होती है तो कम से कम अपने परिजनों को बता सकें, ऐसे दरिंदों को समय रहते जेल के सलाखों के पीछे डाला जा सके।