NEW DELHI. सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही का लाइव टेलीकास्ट किया जा रहा है। इसकी वजह से सुप्रीम कोर्ट लोगों के घरों तक पहुंच चुका है और उनके दिलों को छुआ है। जल्द ही कोर्ट की कार्यवाही के ऑनलाइन प्रसारण को भारतीय भाषाओं में प्रसारित करने का काम किया जाएगा। एक मामले की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया यानी सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने यह वादा किया। उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट में होने वाली कार्यवाही के लाइव टेलीकॉस्ट ने हमें लोगों के दिलों और उनके घर के अंदर तक पहुंचा दिया है। हम चाहते हैं कि अदालत की कार्यवाही को देश का हर नागरिक समझ सके।
इसके लिए हम जल्दी ही उनकी भाषा में कार्यवाही की ट्रांसक्रिप्ट उपलब्ध कराने पर विचार कर रहे हैं। ऐसा होने के बाद लोग जल्द ही हिंदी के अलावा देश की अन्य भाषाओं जैसे, असमिया, उड़िया, तेलगू, कन्नड़, मलयाली, तमिल, मराठी, राजस्थानी में भी सुप्रीम कोर्ट में होने वाली कार्यवाही समझ सकेंगे। समलैंगिक विवाह पर हो रही कार्यवाही को सुनने के दौरान सीजेआई ने कहा कि उनका प्रशासन ऐसी व्यवस्था पर काम कर रहा है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में सुनवाई की ट्रांसक्रिप्ट एक साथ तैयार की जा सके। इससे देश के सुदूर प्रांतों में बैठे लोग भी कानूनी प्रक्रिया को समझ सकेंगे।
दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ वकील राकेश द्विवेदी ने कहा कि समलैंगिक विवाह के लाइव टेलिकॉस्ट से समाज में इस मुद्दे को लेकर चर्चा होने लगी है। देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग इस विषय पर बातचीत कर रहे हैं। इस पर सीजेआई ने क्षेत्रीय भाषाओं में सुनवाई की ट्रांसक्रिप्ट तैयार की जाने वाली व्यवस्था का जिक्र किया। सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि यह सच है कि लाइव टेलिकॉस्ट ने सुप्रीम कोर्ट को लोगों के दिलों और घरों में पहुंचा दिया है। हम जल्द ही अन्य भारतीय भाषाओं में कार्यवाही की ट्रांसक्रिप्ट भी उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रहे हैं।