RAIPUR. आदिवासी नेता नंदकुमार साय आज कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। उन्होंने कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ली। CM भूपेश ने मिठाई खिलाकर सदस्यता दिलाई। साय के सदस्यता ग्रहण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित सभी मंत्री और पार्टी पदाधिकारी शामिल हुए। इससे पहले कांग्रेस दफ़्तर में ढोल नगाड़े के साथ नारेबाजी भी हुई। बता दें कि राजनीतिक गलियारे में पिछले तीन दिन से साय की नाराजगी और पार्टी छोड़ने की चर्चा थी, लेकिन रविवार को उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को इस्तीफे का पत्र भेज दिया था।
वहीं, नंदकुमार साय के इस्तीफ़े और उनके कांग्रेस प्रवेश की अटकलों के बीच अब पार्टी स्तर पर उनके मान मनौव्वल का दौर शुरू हो गया था। वरिष्ठ बीजेपी नेता एवं पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय और संगठन महामंत्री पवन साय ने कल रात आदिवासी नेता नंदकुमार साय के निवास पर जाकर भेंट करने का प्रयास किया। वहां जानकारी दी गई कि वह दिल्ली में हैं, उनसे दूरभाष से संपर्क करवाने का निवेदन किया गया, उन्हें सूचना दे दी गई, लेकिन उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। करीब दो घंटे इंतजार के बाद मुलाकात नहीं हो पाई थी।
बता दें कि इससे पहले प्रदेश पदाधिकारियों को रविवार देर शाम को आनन-फानन में फोन करके सुबह राजीव भवन पहुंचने का निर्देश दिया गया था। इसके साथ ही सोशल मीडिया में भी आज कांग्रेस नेताओं को आने का जिक्र किया गया था। इस बीच, साय के इस्तीफे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने टिप्पणी की है। सीएम ने कहा क साय ने सही मायने में कही अपने मन की बात। वहीं, रमन सिंह ने कहा कि अभी साय से चर्चा करेंगे।
पत्र में लिखा-मेरे खिलाफ षड्यंत्र रचा जा रहा
इस्तीफे के पत्र में साय ने लिखा है कि पिछले कुछ वर्षों से भारतीय जनता पार्टी में उनकी छबि धूमिल करने के उद्देश्य से उनके विरुद्ध उनकी ही पार्टी के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा षड्यंत्र, मिथ्या आरोप और अन्य गतिविधियों द्वारा लगातार उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाई जा रही है। इससे वे अत्यंत आहत महसूस कर रहे हैं। साय ने लिखा है कि बहुत गहराई से विचार करने के बाद वे भारतीय जनता पार्टी की अपनी प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं। साय तीन बार विधायक और तीन बार संसद सदस्य रह चुके हैं। अविभावित मध्यप्रदेश में वे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का पद भी संभाल चुके हैं। साथ ही वे छत्तीसगढ़ भाजपा के अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य भी रह चुके हैं।