BILASPUR. बिलासपुर में अरपा पार को नया नगर निगम बनाने की मांग तेज होती जा रही है। इस मांग के साथ ही अरपा पार के लोग लामबंद हो रहे हैं। इसके लिए नागरिक मंच अब लोगों से जनमत संग्रह भी कराने जा रहा है। विकास और सुविधाओं के लिहाज से अरपा पार के उपेक्षा को लेकर लगातार सवाल खड़े होते रहे हैं।
दरअसल, बिलासपुर शहर का एक बड़ा हिस्सा अरपा पार में आता है। इसमें निगम के 22 वार्ड शामिल हैं। इन वार्डों में निगम के करीब पौने दो लाख मतदाता निवास करते हैं। लेकिन लंबे समय से निगम में शामिल होने के बाद भी अरपा पार विकास की मुख्यधारा से नहीं जुड़ पाया है। क्षेत्रवासियों को जो उम्मीद थी, उसके लिहाज से क्षेत्र अब भी उपेक्षित है। ये जरूर है कि, इस बीच अरपा पार के नए ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़कर निगम का दायरा बढ़ाया गया है।
हालांकि इसके बाद भी अरपा पार नई व बुनियादी सुविधाएं विकसित नहीं हो सकीं हैं। स्मार्ट सिटी के साथ ही निगम के अधिकांश बड़े प्रोजेक्ट शहर के भीतर ही विकसित हो रहे हैं। लिहाजा आगामी चुनाव से पहले एक बार फिर अरपा पार को नया नगर निगम बनाने की मांग तेज हो गई है। इसे लेकर क्षेत्रवासी लामबंद हो गए हैं। नागरिक मंच मांगों को लेकर क्षेत्रवासियों से जनमत संग्रह कर रहा है। नागरिक मंच व क्षेत्रवासियों का कहना है कि, सरकार लगातार प्रदेश व क्षेत्र के विकास के लिए नए तहसील, जिले व निकायों का गठन कर रही है।
ऐसे में अरपा पार भी नए नगर निगम की हकदार है। 22 वार्डों के साथ ही कुछ गांवों को शामिल कर अरपा पार को नए नगर निगम का दर्जा दिया जा सकता है, जिससे क्षेत्र का व्यवस्थित विकास हो सकेगा। नागरिक मंच का कहना है कि, ये क्षेत्र की वर्षो पुरानी मांग है, इसके लिए अब जनमत संग्रह भी किया जा रहा है, ताकि, अरपा पार को भी उसका हक मिल सके।