NEW DELHI. तीन महीने के अंतराल के बाद देश के शीर्ष पहलवान एक बार फिर जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं. उनकी मांग भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को तत्काल गिरफ्तार करने की है. उन्होंने रविवार को जंतर-मंतर पर धरना शुरू किया था, जिसमें बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगट, संगीता फोगट, सत्यव्रत कादियान, सोमवीर राठी और जितेंद्र किन्हा आदि शामिल हुए. इस बीच दिल्ली पुलिस ने जांच समिति की स्थिति के संबंध में खेल मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी है. डब्ल्यूएफआई प्रमुख पर लगे आरोपों को लेकर पहलवानों से चर्चा के बाद खेल मंत्रालय ने इस साल जनवरी में छह सदस्यीय जांच समिति का गठन किया था.
भारत के दिग्गज पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि पहलवानों के एक बार फिर विरोध करने का कारण यह है कि उनकी समस्याओं के समाधान के लिए अब तक कुछ नहीं किया गया और पहलवान कुश्ती को बचाने के लिए दिल्ली के जंतर मंतर पर जमा हुए हैं. बजरंग पुनिया, विनेश फोगट, रवि दहिया और साक्षी मलिक सहित शीर्ष भारतीय पहलवानों ने इस साल जनवरी में जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें ब्रज भूषण को प्रधान कार्यालय से हटाने और भारतीय कुश्ती महासंघ को भंग करने की मांग की गई थी. उन्होंने निकाय और उसके प्रमुख पर पहलवानों के यौन उत्पीड़न और दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था. बजरंग पुनिया और कई अन्य पहलवानों ने कहा, ‘हमारे पास सिर्फ एक मुद्दा है. विरोध का कारण यह है कि अब तक कुछ भी नहीं किया गया है … हम यहां कुश्ती को बचाने के लिए हैं.’
प्रदर्शनकारी पहलवानों ने जानकारी दी कि एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों ने संसद मार्ग थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया. पहलवानों ने बताया कि उन्होंने शुक्रवार को नई दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई. पदक विजेता साक्षी मलिक ने कहा, ‘हमने कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में शिकायत की है. दो दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है. सात महिलाओं ने शिकायत की, जिसमें एक नाबालिग भी शामिल है. यह पॉस्को का मामला है, लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं किया गया है.’
बृजभूषण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए मीडिया से बातचीत के दौरान पहलवान विनेश फोगट और साक्षी मलिक भावुक हो गए. साक्षी मलिक ने कहा, ‘जांच कमिटी को हमने और अन्य लड़कियों ने बयान दे दिए हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. पिछले दो महीने से हमारे मन में यही चल रहा है कि क्या हम कुश्ती कर पाएंगे.’ उन्होंने आगे कहा कि हम पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि हमारा कुश्ती का करियर खत्म हो गया है इसीलिए हम यह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘हम कुश्ती को बचाने के लिए यहां हैं. हम चाहते हैं कि सच्चाई की जीत हो.’
खिलाड़ियों ने कहा कि जांच कमिटी ने रिपोर्ट सौंप दी है लेकिन अभी तक उसके नतीजों को उजागर नहीं किया गया है.
विनेश फोगट ने रोते हुए कहा, ‘सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि हमने कमिटी के सामने कुछ भी नहीं बोला है. कोई सबूत नहीं दिए हैं. लेकिन क्या ब्रज भूषण से सबूत मांगे गए? उनका नार्को टेस्ट कराया जाए और हमारा भी कराया जाए. अगर हम झूठे हैं तो अदालत हमें जो सजा देगी हमें मंजूर है.’ उन्होंने आरोप लगाया कि कमिटी के मेंबर सियासी तौर पर प्रभावित थे. हालांकि विनेश फोगट ने कहा कि वो इस बारे में खुल कर बात नहीं कर सकती हैं. बता दें कि पहलवानों ने इस साल जनवरी में भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के खिलाफ प्रदर्शन किया था.