NEW DELHI. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई) को पुनर्जीवित करने के लिए काम कर रहे भारत-श्रीलंका के अवैध ड्रग्स और हथियारों की तस्करी करने वाले रैकेट पर छापेमारी की है. चेन्नई में संदिग्धों के कई स्थानों पर छापा मारकर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. एनआईए ने छापे के दौरान भारी मात्रा में नकदी, सोने के बिस्कुट, डिजिटल डिवाइस, ड्रग्स और दस्तावेज के साथ-साथ अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने जुलाई 2022 में रैकेट की जांच शुरू की थी. अब तक एनआईए ने मामले में 14 गिरफ्तारियां की हैं. इससे पहले पिछले साल दिसंबर में पूरे तमिलनाडु में 21 जगहों पर छापेमारी कर 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. मामले की जांच से पता चला है कि श्रीलंका में ड्रग्स और हथियारों तस्करी से होने वाली आय हवाला एजेंटों के माध्यम से भारत भेजी जाती थी. इसमें चेन्नई का शाहिद अली भी शामिल था. यह भी पाया गया कि हवाला का लेन-देन मन्नदी, चेन्नई में स्थित होटलों और व्यवसायों के माध्यम से किया गया था.
जब्ती में शाहिद अली की दुकान से 68 लाख रुपये भारतीय मुद्रा और 1,000 सिंगापुरी डॉलर, सोने के नौ बिस्कुट (कुल 300 ग्राम) शामिल हैं. एनआईए ने चेन्नई के होटल ऑरेंज पैलेस से भारतीय मुद्रा में 12 लाख रुपये भी बरामद किए. तलाशी के बाद गिरफ्तार संदिग्ध की पहचान अय्यप्पन नंदू के रूप में हुई है.
वह एक श्रीलंकाई शरणार्थी और मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले मुहम्मद अस्मीन की ओर से नशीली दवाओं का व्यापार करता है. उसने ड्रग्स और हथियारों के व्यापार के माध्यम से लिट्टे को पुनर्जीवित करने के लिए अन्य अभियुक्तों के साथ साजिश रची.