RAIPUR. आबकारी मंत्री कवासी लखमा एक बार फिर चर्चा में हैं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए रवाना होने से पहले मंत्री कवासी लखमा ने मीडिया से चर्चा के दौरान बीजेपी और पीएम मोदी की मन की बात को लेकर हमला बोला हैं। इस दौरान लखमा ने कहा कि 15 लाख रुपए काला धन मिले तो सुनेंगे मन की बात , महंगाई कम करें, पेट्रोल-डीजल के दाम कम करें तो सुनेंगे। झूठ बोलने से कोई नहीं सुनेगा। मन की बात फालतू बात को क्यों सुने हम, हमें कोई और काम नहीं हैं क्या।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम मन की बता 30 अप्रैल को अपने 100 एपिसोड पूरे करने जा रहा हैं । इसके लिए छत्तीसढ़ समेत पूरे देश में इस कार्यक्रम को सुनने के लिए बीजेपी बड़े स्तर पर तैयारी कर रही हैं। वहीं लखाम ने बीजेपी के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर के बस्तर दौरे पर कहा कि बस्तर संभाग में ओम माथुर जा रहे हैं, लेकिन प्रियंका गांधी की रैली में काफी भीड़ आई थी। प्रियंका की रैली देखकर बीजेपी घबराई हुई हैं । केंद्र में यूपीए सरकार थी, तो हर जिले को 30 करोड़ मिलता था। भूपेश बघेल की सरकार बस्तर के लिए काफी काम कर रही है। हर गाँव मे देवगुड़ी बना है, वहां के पुजारी को 7 हजार मिल रहा हैं। आबकारी मंत्री मंत्री ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने आतंक मचा कर रखा हैं जिसकी वजह से आज देश सुरक्षित नहीं है।
वहीं कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर कवासी लखमा ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनेगी और मैं 13 दिनों तक कर्नाटक में रहूंगा। हाईकमान ने मुझे जिम्मेदारी दी हैं । कवासी लखमा ने कहा केदार कश्यप सबसे लंबे समय तक मंत्री रहे, उन्होंने 3 हजार स्कूल बंद कर दिए। आज वहां पर आदिवासी भवन बन रहा है। बीजेपी-आरएसएस कितना भी कर ले इस बार भी 12 सीट जीतेंगे। इस बार भी भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार बनेगी। भाजपा के पास मुद्दे नहीं हैं, दौरे पर जाना हैं, तो जाए, लेकिन कांग्रेस मजबूत हैं।
वहीं कवासी लखमा के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया हैं। सह मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने कहा कि मन की बात एक गैर राजनीतिक प्लेटफार्म हैं । पीएम मोदी इसमें खेल, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, जलवायु परिवर्तन और देश के गुमनाम योद्धाओं की बात करते हैं। पूरा देश इस कार्यक्रम को सुनता हैं। क्योंकि कांग्रेसियों ने जनता को सुनना बंद किया इसलिए देश ने कांग्रेस को सुनना बंद कर दिया और पिछले दो बार से ये विपक्ष के लायक भी नहीं रह गए हैं।