BHILAI. कुछ दिनों पहले ही भारतीय जनता युवा मोर्चा छत्तीसगढ़ (BJYM) ने अपने पदाधिकारियों की घोषणा की थी। वहीं आज भाजयुमो के पदाधिकारियों के बीच आपसी विवाद का मामला सामने आया है। बता दें भाजयुमो के भिलाई अध्यक्ष अमित मिश्रा और भाजयुमो प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मनीष पांडेय के बीच विवाद हुआ है। बताया जा रहा कि विवाद का कारण बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में हुए 02 समुदायों के बीच हिंसा से जुड़ी हुई थी।
मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की दोपहर को दुर्ग में भाजयुमो की संभाग स्तरीय बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत समेत जिला के पदाधिकारी इसमें शामिल हुए थे। इस बैठक का आयोजन राज्य सरकार के खिलाफ अलग-अलग मुद्दों पर प्रदर्शन की नीति और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर चर्चा के विषय में रखा गया था। वहीं बताया जा रहा है कि बैठक में भिलाई में भाजयुमो में सगंठन स्तर पर प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने का मुद्दा भी उठा था। इसके चलते ही अमित मिश्रा और मनीष पांडेय के बीच विवाद की स्थिति बन गई और उस दौरान दोनों में धक्का-मुक्की हो गई है।
पुतला जलाने को लेकर विवाद
बिरनपुर की घटना के बाद प्रदेश स्तर पर राज्य सरकार के खिलाफ पुतला दहन का कार्यक्रम आयोजन 11 अप्रैल को तय किया गया था। वहीं मनीष पांडेय ने बेरोजगार चौक पर पुतला दहन का कार्यक्रम रखा, जबकि जिला अध्यक्ष अमित द्वारा गदा चौक पर पुतला दहन का कार्यक्रम तय किया गया था। लेकिन एक ही संगठन द्वारा 2 जगहों पर पुतला दहन को लेकर आपसी मतभेद हुआ, जहां अमित द्वारा कारण बताओ नोटिस दूसरे गुट को दे दिया गया, और यहीं से पूरी स्थिति विवाद में बदल गई.
नोटिस भेजकर मांगा जाएगा जवाब
बता दें इस बैठक में भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत भी शामिल हुए थे। तीरंदाज से बात करते हुए उन्होंने बैठक में हुए विवाद की पुष्टि करते हुए कहा कि “विवाद तो हुआ है लेकिन उसका कारण अब तक मुझे नहीं पता चल सका है, जल्द ही दोनों को नोटिस भेजकर अनुशासनहीनता करने पर जवाब मांगा जाएगा”।
तीरंदाज की टीम ने भाजयुमो नेता मनीष पाण्डेय और जिलाध्यक्ष अमित मिश्रा से भी हमने संपर्क करके मामले को जानने की कोशिश की लेकिन दोनों ही नेताओं ने फोन नही उठाया है.