DANEWADA. छत्तीसगढ़ के बस्तर में चल रही फैक्ट्रियों के विरुद्ध एक बार फिर गांव वाले सड़क पर उतर गए है। असल, दंतेवाड़ा जिले में आर्सेल मित्तल निप्पन स्टील कंपनी के आयरन ओर से निकलने वाली लाल मिट्टी को ग्रामीण गांव में ही डंप किया जा रहा है, जिससे परेशान होकर 20 से ज्यादा गांव के हजारों ग्रामीण जन सड़क पर उतरकर इसका विरोध कर रहे है। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का आरोप है कि इस लाल मिट्टी को डंप करने से 20 गांव के सैकड़ों ग्रामीण प्रभावित हो रहे हैं। यही नहीं उनकी जान का खतरा भी बढ़ गया है। ऐसे में हम चाहते हैं कि इस लाल मिट्टी के डंप को गांव से तत्काल हराया जाए।
गांव वालों का कहना है कि इससे पहले भी इस कंपनी के जिम्मेदारों ने यहां के ग्रामीण जनों के साथ वादाखिलाफी कर चुके है। यहां लोग लाल मिट्टी के चलते गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। हम चाहते हैं कि इस लाल मिट्टी से हमें छुटकारा मिलें। कंपनी की ओर से सभी नियम-कानूनों को ताक पर रखकर आयरन ओर का उत्खनन किया जा रहा है और गांव वालों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, इसलिए सैकड़ों ग्रामीणों ने आदिवासी महासभा और CPI के नेतृत्व में दंतेवाड़ा शहर में रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
करेंगे उग्र आंदोलन
ग्रामीणों ने कहा कि अगर यहां से लाल मिट्टी नहीं हटाई गई तो हमारे द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा। प्रदर्शन का समर्थन करने CPI के जिला सचिव भीमसेन मंडावी ने कहा कि आयरन ओर के खनन के बाद बची हुई लाल मिट्टी से इलाके की वन संपदा को भी भारी क्षति हो रही है। नदी-नालों में भी आहिस्ते-आहिस्ते ये लाल जहर फैलेगा। इससे इलाके की उपजाऊ भूमि भी दुष्प्रभावित होगी। उन्होंने कहा कि ग्रामसभा जैसी संवैधानिक संस्था का अनादर कर गांव वालों के हक को कुचला जा रहा है। ग्राम सभा के विरोध के बावजूद इस तरह लाल मिट्टी डंप कर ग्रामीणों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस लाल मिट्टी को गांव में डंप करने के विरोध में गांव वालों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। आने वाले 10 दिन के अंदर इसे नहीं हटाया तो उग्र आंदोलन करेंगे।