WASHINGTON. अमेरिकी इंजीनियर मार्टिन कूपर ने 50 साल पहले सेल फोन का आविष्कार किया था। तब उन्होंने सोचा भी नहीं था कि उनकी इस खोज के बाद से मोबाइल फोन इतने स्मार्ट हो जाएंगे कि लोग इन्हें लेकर जुनूनी हो जाएंगे।मार्टिन कूपर कहते हैं कि जब मैं सड़क पार करते हुए किसी व्यक्ति को मोबाइल फोन इस्तेमाल करते हुए देखता हूं, तो दंग रह जाता हूं। लोगों को होश ही नहीं होता है कि वे क्या कर रहे हैं। लगात है कि वे किसी और ही दुनिया में होते हैं। हालांकि, बाद में वह मजाकिया अंदाज में कहते हैं कि लोगों को इसका पता तब चलता है, जब कुछ लोग कारों की चपेट में आ जाते हैं।
असीमित क्षमताओं से लैस है यह छोटा गैजेट
वह कहते हैं कि हम सभी की जेब में यह छोटा उपकरण लगभग असीमित क्षमताओं से लैस है। हो सकता है कि यह एक दिन कई बीमारियों को दूर करने में ये मदद करे, लेकिन अभी तो लोग मोबाइल को लेकर थोड़े जुनूनी नजर आते हैं।उन्होंने कहा कि मोबाइल एक काम की डिवाइस है। मगर, लोगों के जरूरत से ज्यादा इसका इस्तेमाल करने से समस्या हो रही है। बताते चलें कि मार्टिन कूपर अब 94 साल के हो चुके हैं, लेकिन वह हमेशा टॉपएंड आईफोन का इस्तेमाल करते हैं।
गैजेट्स के मामले में रहते हैं अपडेट
मार्टिन कूपर एपल वॉच पहनते हैं और एक टॉप-एंड आईफोन इस्तेमाल करते हैं। वह सुनने के लिए हियरिंग एड का इस्तेमाल जरूर करते हैं। मगर, इसके बावजूद वह अपने ईमेल, फोटो, यू-ट्यूब को अच्छी तरह से चलाते हैं। वह हर बार अपग्रेड होने पर लेटेस्ट मॉडल को ही अपने पास रखते हैं। लाखों एप्स को लेकर वह कंफ्यूज दिखते हैं और कहते हैं कि मैं कभी नहीं समझ पाऊंगा कि इनको कैसे प्रयोग किया जाए।बताते चलें कि 3 अप्रैल 1973 को पहली बार मोबाइल कॉल करने के लिए सेल फोन का इस्तेमाल किया था। उस समय वह मोटोरोला कंपनी के लिए काम कर रहे थे। तब से तार और भारी-भरकम सर्किट ब्लॉक को कम करते हुए आज मोबाइल जितने हल्के हो गए हैं, उनके अंदर की संभावनाएं उतनी ही अपार हो गई हैं।