NEW DELHI. केंद्रीय चुनाव आयोग ने बुधवार को इस साल के दूसरे चरण के विधानसभा चुनाव को बिगुल भी फूंक दिया. इसके तहत कर्नाटक विधानसभा के लिए 10 मई को वोट डाले जाएंगे, जबकि 13 मई को उनकी गिनती की जाएगी. कर्नाटक की कुल 224 विधानसभा सीटों में से 36 अनुसूचित जाति और 15 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. इस बार चुनाव में पहली बार 80 या उससे अधिक वय के वरिष्ठ नागरिक घर से ही मतदान कर सकेंगे. 2.15 लाख से अधिक मतदाता 80 या अधिक आयु वर्ग के हैं, तो 276 मतदाता 100 वर्ष से अधिक के हैं. कर्नाटक में कुल 5.21 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से 2.62 करोड़ पुरुष और 2.59 करोड़ महिला वोटर्स हैं. कर्नाटक विधानसभा चुनाव की अधिसूचना 13 अप्रैल को जारी होगी. प्रत्याशी 20 अप्रैल तक नामांकन दिखाल कर सकेंगे, जिनकी जांच 21 अप्रैल तक होगी. प्रत्याशी 24 अप्रैल तक अपना नामांकन वापस ले सकेंगे.
वर्तमान में सत्तारूढ़ भाजपा के 119 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 75 और उसके सहयोगी जद (एस) के पास 28 सीटें हैं. विधानसभा चुनावों से महीनों पहले सत्तारूढ़ भाजपा को कांग्रेस और सहयोगी जद (एस) ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरने की कोशिश शुरू कर दी की. इससे बेपरवाह मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार सत्ता में वापसी के लिए प्रयास कर रही है और मुस्लिम समुदाय के लिए धर्म आधारित आरक्षण को समाप्त करके लिंगायत और वोक्कालिगा समुदायों के मुद्दे पर जोर दे रही है. सरकार ने पिछले साल प्रस्ताव दिया था कि कन्नड़ लोगों को पहली वरीयता नहीं देने वाली कंपनियां प्रोत्साहन की पात्र नहीं होंगी. कन्नड़ को बढ़ावा देने के लिए सरकार का यह कदम पिछले साल के अंत में आया था. इससे कन्नड़ भाषा व्यापक विकास विधेयक में शामिल हो गई थी.
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कर्नाटक का कई दौरा किए हैं. उन्होंने राज्य को कई मौकों पर भाजपा के ‘दक्षिण में प्रवेश द्वार’ के रूप में वर्णित किया है. इस कड़ी में अमित शाह ने सोमवार को बेंगलुरु में राज्य भाजपा कोर कमेटी और चुनाव प्रबंधन समिति के साथ बैठक की अध्यक्षता की थी. इससे पहले रविवार को अमित शाह ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और उनके तत्काल पूर्ववर्ती और भाजपा के दिग्गज बीएस येदियुरप्पा की सराहना करते हुए कहा कि दोनों ने अपने-अपने कार्यकाल के दौरान ‘सुशासन’ प्रदान किया है. दोनों मुख्यमंत्रियों के नेतृत्व में भाजपा सरकार द्वारा किए गए विकासात्मक कार्यों का हवाला देते हुए शाह ने लोगों से इस साल होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत के साथ पार्टी की सरकार बनाने का आग्रह किया है.