RAIGARH. सहारा इंडिया में निवेश की गई राशि वापस दिलाने की मांग को लेकर निवेशक एक बार फिर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए हैं। आंदोलन में बैठे निवेशक कंपनी के मैनेजर और एजेंटों की सम्पत्ति कुर्क करने और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। मंगलवार से पीडित शहर के गांधी पुतला चौक में फिर से धरने पर बैठ गए हैं।
दरअसल, रायगढ़ जिले में बड़े पैमाने पर रायगढ़ जिले के लोगों ने सहारा कंपनी में अपनी रकम जमा की थी। अब मैच्योरिटी की राशि वापस नहीं मिलने से उनकी माली हालत बेहद खस्ता हो गई है, जिससे निवेशक बेहद परेशान हैं। निवेश की गई राशि वापस दिलाने की मांग को लेकर निवेशकों के द्वारा अनेक बार धरना प्रदर्शन किया जा चुका है। मंगलवार को एक बार फिर रायगढ़ के गांधी प्रतिमा चौक के पास निवेशकों ने अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया है।
निवेशकों का कहना है कि जिला प्रशासन गंभीर नहीं है, जिससे कंपनी से जुड़े प्रबंधकों और एजेंटों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हो पा रही है। उनका कहना है कि तत्काल गिरफ्तारी कर प्रबंधकों और एजेंटों की सम्पत्ति कुर्क कर निवेशकों की राशि वापस दिलाई जाए।
बता दें कि इसके पहले 15 मार्च को सिटी कोतवाली पुलिस द्वारा बहुचर्चित सहारा इंडिया धोखाधड़ी मामले में 6,000 से अधिक पन्नों का चालान माननीय विशेष न्यायाधीश रायगढ़ के न्यायालय में पेश किया गया था । मामले के विवेचना अधिकारी थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक शनिप रात्रे ने बताया था कि सहारा इंडिया के स्थानीय शाखा प्रबंधक एवं अन्य आरोपियों के विरुद्ध प्रार्थी विकास निगानिया निवासी कृष्णा विहार कॉलोनी रायगढ़ के आवेदन पर 29 सितंबर को आवेदन दिया था। इसके बाद थाना सिटी कोतवाली में अपराध क्रमांक 1363/2022 धारा 420 , 120 बी , 34 ताहि, धारा 6,10 छत्तीसगढ़ निवेशकों के हितों के संरक्षण अधिनियम, धारा 4,5,6 ईनामी चिट और धन परिचालन स्कीम (पाबंदी) अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है ।