BILASPUR. कानन पेंडारी जू में एक बड़ी घटना टल गई. यहां घूमने आए एक सनकी युवक ने शेर के बाड़े में छलांग लगा दी.वह इतने में ही नहीं रुका, बल्कि वह शेर के पास जाने लगा. आसपास मौजूद दूसरे पर्यटकों ने जोर-जोर से आवाज लगाई तब ड्यूटी पर तैनात जूकीपर्स पहुंचे और उन्होंने जैसे-तैसे शेर को केज के अंदर लाकर युवक को बाहर निकाला. तब तक वहां मौजूद लोगों की जान हलक पर अटकी रही.
ये घटना शनिवार की है, जब बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे हुए थे. बिलासपुर के सिविल लाइन क्षेत्र के मगरपारा में रहने वाला युवक भी वहां पहुंचा हुआ था. वह शेर के केज के पास पहुंचा जहां पहले से ही बड़ी संख्या में पर्यटकों की मौजूदगी थी. यहां पर शेर के बाड़े के एक ओर उसका केज बना हुआ है तो बीच का हिस्सा उसके भ्रमण करने के लिए है. वहीं जिस दिशा से पर्यटक उसे देखते हैं उधर घेरा लगा हुआ है, जिसके नीचे गड्ढा कर पानी भरा गया है. लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही घेरे के ऊपर चढ़कर शेर के बाड़े के अंदर छलांग लगा दी. इसके साथ ही वहां अफरा-तफरी मच गई.
आवाज देकर बुलाने से केज में पहुंचा ‘बादल’
युवक कूदकर भी नहीं माना और गड्ढे से ऊपर जाकर शेर की ओर जाने लगा. गनीमत ये रही कि शेर का मुंह दूसरी ओर था और उसे युवक की मौजूदगी का पता नहीं चला. इस दौरान पर्यटकों की शोर सुनकर कानन जू के जूकीपर्स मौके पर पहुंचे. उन्हें भी पहले कुछ समझ नहीं आया तो जू प्रबंधन के अफसरों को जानकारी दी. कुछ ही देर में चिड़ियाघर अधीक्षक समेत दूसरे अफसर भी पहुंच गए. उनके निर्देश पर शेर को केज के अंदर बुलाया और फिर उसे बंद किया गया. बता दें कि शेर का नाम बादल रखा गया है. ऐसे में पदस्थ महिला डिप्टी रेंजर सुखबाई कंवर के बादल कहकर पुकारने से वह अंदर दाखिल हुआ, क्योंकि लंबे समय से यहां काम करने के कारण शेर महिला अधिकारी को पहचानने लगा है.
युवक के पिता को सौंपा और लगाया जुर्माना
शेर के केज के अंदर बंद करने के बाद युवक को जाकर बाहर निकाला गया और उसके हाथों को बांधकर उससे पूछताछ की गई. पूछताछ से पता चला कि अभी उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. ऐसे में युवक के पिता से संपर्क किया गया. साथ ही युवक को जमकर डांट लगाई गई. पूछताछ में भी वह सही ढंग से बात नहीं कर रहा था. उसके पिता के आने पर उसे युवक को सौंपा गया. साथ ही 10 हजार रुपये जुर्माना भी वसूला गया.