INDORE. होली का त्योहार हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस साल होलिका दहन 7 मार्च को होगा और होली 8 मार्च को खेली जाएगी। इंदौर के ज्योतिषाचार्य पंडित गिरीश व्यास ने बताया कि इस साल होलिका दहन या छोटी होली का शुभ मुहूर्त 7 मार्च को शाम 6:31 बजे से रात 8:58 बजे तक रहेगा। इस काल में होलिका दहन करना अत्यंत शुभ रहेगा। इसके अलगे दिन यानी 8 मार्च को धुलंडी यानी होली खेली जाएगी।
विष्णु की भक्ति से चिढ़ता था हिरण्यकश्यप
पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन की शुरुआत हिरण्यकश्यप की बहन होलिका के दहन से हुई थी। इसे भी बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व के रूप में मनाया जाता है। प्राचीन काल में हिरण्यकश्यप नाम का राजा था। उसका पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु का परम भक्त था।
मगर, हिरण्यकश्यप को यह पसंद नहीं था कि उसका पुत्र भगवान विष्णु की पूजा में लीन हो। इसी वजह से उसने अपने पुत्र को मारने की कोशिश की। इसके लिए हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन होलिका को प्रह्लाद को लेकर अग्नि में बैठने को कहा।
होलिका जल गई और बच गए भक्त प्रह्लाद
पौराणिक कथा के अनुसार, होलिका के पास एक ऐसा वस्त्र था, जिसे ओढ़ लेने पर आग का प्रभाव नहीं होता था। भाई की बात मानकर प्रह्लाद को लेकर होलिका आग में बैठ गई। मगर, भगवान की ऐसी लीला हुई कि तेज हवा चलने से वह कपड़ा उड़ने लगा और होलिका की जगह प्रह्लाद को उसने ढंक लिया।
भगवान विष्णु के क्रोध के कारण होलिका आग में जलकर भस्म हो गई और प्रह्लाद बच गया। तभी से होलिका दहन प्रचलन में आया और हर साल होलिका दहन की परंपरा शुरू हो गई, जो आज तक बदस्तूर जारी है।