BALRAMPUR. जिले के रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह जिले के एसपी और एक टीआई के खिलाफ धरने पर बैठ गए हैं. गुरुवार को तो अपने कुछ समर्थकों के साथ कोतवाली थाने के सामने बैठे रहे और हाथों में दंगाई एसपी लिखी तख्ती लिए रहे. अब शुक्रवार और शनिवार यानी दो दिनों तक नगर बंद का ऐलान करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं. पूरा विरोध अंबिकापुर के बारातियों द्वारा खुलेआम गुंडागर्दी करने के बाद भी पुलिस द्वारा कार्रवाई में लाचारी दिखाने को लेकर है. राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम भी किया गया.
आपको बता दें कि बीते बुधवार की रात अंबिकापुर से बारात में पहुंचे लोगों ने पटवारी समेत अन्य लोगों के साथ मारपीट और गुंडागर्दी की थी. इसके बाद भी पुलिस के कोई खास सख्ती नहीं बरती. इससे लोगों में आक्रोश पनपा. तब रामानुजगंज विधायक आगे आए और वे धरने पर बैठ गए. उन्होंने बलरामपुर पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग को मौके पर बुलाने और जनभावनाओं के अनुरूप अपराधियों को हथकड़ी पहनाकर कोर्ट में पेश करने की मांग पर अड़ गए. इस पूरे विवाद का मुख्य कारण बाहर से जाकर खुलेआम गुंडागर्दी करने वालों को पकड़ने के बाद भी पुलिस द्वारा प्रभावी कार्रवाई नहीं करने को बताया गया है. आरोपियों के प्रति पुलिस की इस सहानुभूतिपूर्ण रवैया के कारण सभी गुस्से में हैं.
टीचर के परिचित बारातियों ने की गुंडागर्दी
बता दें कि बारात वाली घटना एक शिक्षक और पटवारी के बीच चल रहे विवाद से शुरू हुई थी. दरअसल, बलरामपुर के पुराने बस स्टैंड में बुधवार की रात करीब 10 बजे दहेजवार हल्का का पटवारी हामिद रजा खड़ा था. वहां शिक्षक अमित सिंह भी था, जिसने नामांतरण नहीं करने का आरोप लगाकर पटवारी से विवाद शुरू किया, तभी बारात में शामिल शिक्षक के परिचित बारातियों ने पटवारी पर हमला कर दिया. किसी प्रकार पटवारी जान बचाने दौड़ते हुए जितेंद्र श्रीवास्तव के घर में घुस गए.
आरोपियों ने घर में घुसकर पटवारी के साथ दोबारा मारपीट की. इतना ही नहीं, बीच-बचाव करने आए जितेंद्र श्रीवास्तव, उनके भाई राजेश श्रीवास्तव और घर की महिलाओं से भी मारपीट की. तब पटवारी ने भी अपने परिचितों को बुलवाया, लेकिन बारातियों ने उन्हें तक नहीं छोड़ा. पूरा माहौल बिगड़ गया और इसके बाद भी पुलिस ने मामूली कार्रवाई की, जिसके बाद लोगों का आक्रोश भड़का है.
पटवारी ने अपने परिचितों को भी घटना की जानकारी दी।जब वे पहुंचे तो आरोपितों ने उनके साथ भी मारपीट शुरू कर दी।इसके बाद आरोपित गुंडागर्दी करते हुए बलरामपुर में ही उपस्थित रहे।उनका व्यवहार ऐसा था मानो उन्हें किसी का कोई डर नहीं है।इधर घटना से बलरामपुर में रात में ही माहौल बिगड़ गया था।घटना के विरोध में लोग लामबंद हो गए थे।
आधी रात विधायक ने संभाला मोर्चा तब एफआइआर
इस घटना के बाद जब पीड़ित लोगों के साथ शहरवासी भी थाने पहुंचे तो भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी. तब आधी रात विधायक बृहस्पत सिंह थाने पहुंचे और वेविजयनगर से रात एक बजे बलरामपुर थाने पहुंचे. उन्होंने तत्काल पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग को भी थाने बुलाया. उनके हस्तक्षेप के बाद पुलिस को आखिरकार बलरामपुर थाने में अंबिकापुर के अभिषेक सिंह, विकास सिंह,रिंकू यादव,राजा सोनी, आलोक द्विवेदी, राजेश मिश्रा, आकाश सोनी समेत अन्य के खिलाफ धारा 147,294 506 323 के तहत अपराध दर्ज किया गया.