BHILAI. भिलाई नगर निगम के अंतर्गत ‘मोर जमीन मोर चिन्हारी’ योजना के तहत लोगों को आवास आवंटित किया जाएगा। जरूरतमदों को पक्का मकान देने की इस योजना को साकार होने जा रही है। ‘मोर मकान मोर चिन्हारी’ के अंतर्गत जो हितग्राही पात्र होंगे उन्हें आवास दिया जाएगा।
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नगर पालिक निगम भिलाई के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना के मोर मकान मोर चिन्हारी घटक के तहत आवास आबंटन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। लॉटरी निकाल कर आवास आबंटन किया जाएगा। इसके लिए आठ फरवरी की तिथि तय की गई है। आठ फरवरी को समय 11 बजे निगम कार्यालय के सभागार में लॉटरी निकालकर आवास आबंटित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि महापौर नीरज पाल और नगर निगम के कमिश्नर रोहित व्यास ने आवास आबंटन की प्रक्रिया को जल्द पूरा अधिकारियों को निर्देश दिए है। इसी तारतम्य में आवास आबंटन की प्रक्रिया चल रही है। मोर जमीन मोर चिन्हारी के अंतर्गत जिन्होंने निर्धारित अंशदान जमा किया है उन्हें लॉटरी में शामिल होने सूचित किया जा रहा है। लॉटरी में शामिल होने के लिए आधार कार्ड तथा जमा की गई राशि की रसीद के साथ उपस्थित होना अनिवार्य है।
अधिकारियों ने बताया कि तीन सौ आठ हितग्राहियों को लॉटरी के माध्यम से आवास आबंटित किया जाएगा। प्रभारी अधिकारी योजना विद्याधर देवांगन ने कहा कि इस लॉटरी में अंशदान की राशि जमा करने वाले हितग्राही शामिल होंगे।
गौरतलब है कि नगर निगम भिलाई क्षेत्र में मोर मकान मोर चिन्हारी के तहत 444 यूनिट आम्रपाली हाउसिंग बोर्ड, रजत बिल्डर्स, स्वप्निल बिल्डर्स, परियोजना 1120 सूर्या विहार के पीछे खमरिया, 896 यूनिट के माइलस्टोन स्कूल के पास, ग्रीन वैली खमरिया एवं 1875 यूनिट के अंतर्गत कृष्णा इंजीनियरिंग कॉलेज के पास खमरिया के आवासों में विभिन्न योजना स्थल/केनाल रोड से प्रभावित परिवारों को व्यवस्थापित करने की योजना है। इसी कड़ी में जिला चयन समिति से तीन सौ आठ हितग्राहियों की लिस्ट के अनुमोदन के बाद भिलाई निगम कार्यालय में लॉटरी से आवास आबंटन की प्रक्रिया की जाएगी।
वरिष्ठजनों और दिव्यांगों को प्राथमिकता
प्रभारी अधिकारी योजना विद्याधर देवांगन ने बताया कि लॉटरी के माध्यम से आबंटन की प्रक्रिया की जाएगी लेकिन दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिकों को उन्हें भूतल के आवास देने में प्राथमिकता दी जाएगी। दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिकों को सीढ़ी चढ़ने-उतरने में परेशानी होती है इसलिए फर्स्ट फ्लोर को प्राथमिकता से दी जाएगी। वहीं उन्हें आवास आने-जाने में आसानी होगी।