BHILAI. ऑनलाइन सट्टे का अवैध कारोबार हर बार नए लोकेशन से पकड़ा रहा है। शातिर सटोरिए कई सट्टे के विभिन्न शहर में बैठकर वहां से ऑनलाइन सट्टे के अवैध कारोबार को संचालित कर रहे है। इस कड़ी में शनिवार को हिमाचल प्रदेश से सटोरियों को दुर्ग पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
दुर्ग पुलिस अधीक्षक डॉ.अभिषेक पल्लव ने बताया कि अब तक दुर्ग पुलिस द्वारा ऑनलाइन सट्टे के 13 ब्रांच को नेस्तनाबूद किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि करीब 40 अलग-अलग ब्रांच हमारे रडार में है, जल्द ही इन ब्रांच से जुड़े हुए लोगों को भी हिरासत में लिया जाएगा। पुलिस ने कहा कि इन आरोपियों द्वारा पूर्व में हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से ऑनलाइन सट्टे को संचालित किया जा रहा था। ऑनलाइन सट्टे के अवैध कारोबार में लिप्त दो लैपटॉप, एक टेबलेट, पांच मोबाइल फोन, तीन एटीएम और एक चेकबुक को जप्त किया गया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों को सेक्टर-1 स्थित अंबेडकर गार्डन के पास घेराबंदी कर पकड़ा गया। पुलिस ने बताया कि तीन आरोपियों को धर दबोचा गया है। आरोपियों में ईडब्ल्यूएस 1277 हाउसिंग बोर्ड जामुल थाना अंतर्गत निवासी निखिल मिश्रा (19) पिता शैलेंद्र मिश्रा, मकान नं.210, सुंदर विहार कॉलोनी, थाना जामुल अंतर्गत निवासी विवेक शास्त्री (21) पिता अंगद शास्त्री और कैंप-1, 18 नंबर रोड उमा पब्लिक स्कूल के पास थाना वैशाली नगर अंतर्गत निवासी अमित सिंह (27) पिता कारेलाल सिंह को हिरासत में लिया है।
– लाखों के किराए पर लिया था पूरा होटल
आरोपियों ने ऑनलाइन सट्टे को संचालित करने के लिए शिमला में एक होटल को किराए पर लिया था। आरोपियों ने बताया कि ढाई लाख रुपए में पूरे होटल को किराए पर लिया था। युवकों ने पहले ही तय किया था कि वहां किसी और व्यक्ति की आवाजाही नहीं होनी चाहिए। पुलिस ने बताया कि यहां से महादेव आईडी के एक ब्रांच में कुल छह पैनल (साइट) चलाया जा रहा था। इस ब्रांच को चार आरोपी मिलकर चला रहे थे। विगत महीने ऑनलाइन सट्टे के नाम पर कुल 30 लाख रुपए का टर्नओवर किया था। पुलिस ने बताया कि आरोपी नुकसान होने के कारण शिमला से भिलाई वापस आ गए थे और आईडी को बेचने के लिए ग्राहक ढूंढ रहे थे। इनकी नागपुर में किसी व्यक्ति से छह लाख रुपए में बातचीत भी हुई थी।