BHILAI. सफाई कर्मी की मौत पर भड़के सफाई कामगार यूनियन व छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा मजदूर के लोगों ने मंगलवार को नगर निगम भिलाई में जमकर हंगामा किया। उनका कहना था कि सफाई कर्मी दारिश सोना काम के दौरान दुर्घटना का शिकार हो गया था जिसकी इलाज के दौरान रायपुर में मौत हो गई थी। लेकिन उसके परिवार को ठेकेदार और निगम दोनों से किसी प्रकार की भी मदद नहीं मिली। मौके पर पहुंचकर तहसीलदार क्षमा यदु ने प्रदर्शन कर रहे लोगों समझाया और 15 दिनों में न्योचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसके बाद निगम के स्वास्थ्य अधिकारी ने मृतक के परिवार को शुरूआती राहत के तौर पर 15 हजार रूपए दिए।

बता दें, दारिश सोना ठेका एजेंसी पीवी रमन, तालपुरी रिसाली के मातहत काम करता था। 28 नवंबर को नेहरू नगर के वार्ड 3 में सफाई कर्मी दरिश सोना काम के दौरान घायल हो गया था। इसके बाद उसे भिलाई के अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन उसकी हालत बिगड़ने पर उसे पर रायपुर रेफर कर दिया गया था। जहां 5 दिसंबर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिवार वालों ने बताया कि घायल होने से लेकर उसकी मृत्यू तक उनको किसी भी तरह की मदद नहीं मिली है।

मंगलवार भिलाई निगम गेट के सामने कर्मचारी यूनियन ने शव को रखकर जमकर प्रदर्शन किया। वो मृतक परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा और उसके परिवार को आवास देने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन कर रहे लोगों में नगरीय निकाय जनवादी सफाई कामगार यूनियन व छत्तीसगढ़मुक्ति मोर्चा मजदूर कार्यकर्ता के लोग शामिल थे। सफाई मित्र और स्वच्छता कामण्डो के रूप में कार्यरत श्रमिकों का कहना था कि शासन एवं प्लेसमेंट एजेंसी द्वारा आकस्मिक निधन या कार्य के दौरान घायल होने पर किसी भी तरह की सहायता नहीं दी जाती।

इन मांगों को लेकर अड़े थे कर्मचारी
कर्मचारियों की मांग थी कि मृतक के परिवार को तत्काल 10 लाख रूपए का मुआवजा राशि प्रदान किया जाए। साथ ही आवास की भी व्यवस्था कराई जाए। इसके अलावा सभी कामगारों का 10 लाख रूपए तक का बीमा कराया जाये और अंतिम संस्कार हेतु तत्काल 15000 रूपए प्रदान किया जाये। जिसके बाद निगम प्रशासन की ओर से तत्काल 15000 रूपए की सहायता राशि मृतक के परिवार को प्रदान की गई। साथ ही बाकी की मांगों पर विचार करने के लिए समय माँगा गया और कामगारों को समझा-बुझाकर वापस भेजा गया।






































