TIRANDAJ.COM . आज कल न जानें कितने ऐसे बीमारी हैं, जिससे न केवल हम बल्कि डॉक्टर्स भी अनजान हैं। कई बीमारियां तो ऐसी है, जिनकी दवाई अभी तक खोजी नहीं गई है। हाल ही में पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक 44 साल के शख्स की मौत अजीबोगरीब बैक्टीरिया के संक्रमण से हुई थी। डॉक्टर्स का कहना है कि मरीज के शरीर में Necrotizing Fasciitis नामक बैक्टीरिया मौजूद था। इसे आम भाषा में मांस खाने वाला बैक्टीरिया कहा जाता है।
क्या सारे बैक्टीरिया ख़राब होते हैं?
बैक्टीरिया हमारे जीवन के लिए बहुत जरुरी है। ये बैक्टीरिया हमारे शरीर में
एंजाइम उत्पन्न करते हैं। जो हमारे भोजन को पचाने में मदद करते हैं। इसके अलावा ये हानिकारक बैक्टीरिया से भी लड़ते है, और उन्हें पनपने नहीं देते हैं। दही उपयोगी बैक्टीरिया को शरीर में लाने का सबसे महत्वपूर्ण स्त्रोत हैं।
मांस खाने वाले बैक्टीरिया क्या हैं?
नेक्रोटाइजिंग फासिसाइटिस जिसे मांस खाने वाली बीमारी के रूप में भी जाना जाता है, एक जीवाणु संक्रमण है जिसके परिणामस्वरूप शरीर के कोमल ऊतकों के कुछ हिस्सों की मृत्यु हो जाती है। यह अचानक शुरू होने वाली एक गंभीर बीमारी है जो तेजी से फैलती है। इसके लक्षणों में आमतौर पर प्रभावित क्षेत्र में लाल या बैंगनी रंग की त्वचा, गंभीर दर्द, बुखार और उल्टी शामिल हैं। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र अंग और पेरिनेम हैं।
इस इन्फेक्शन का सबसे ज्यादा खतरा इन्हे है
नेक्रोटाइजिंग फासिसाइटिस का खतरा ज्यादातर डायबिटीज, किडनी, कैंसरऔर लिवर सिरोसिस के मरीजों को होता हैं। इसके संक्रमण से बचने के लिए कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होता है। जैसे की घाव और खरोंच को ढककर रखें। इसके अलावा अगर घाव को खुला रखना है तो समय-समय पर डॉक्टर की सलाह के मुताबिक उसकी सफाई करते रहें। खरोंच या घाव की स्थिति में हॉट टब बाथ लेने और स्विमिंग करने से बचें। साथ ही ऐसे मामलों में डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
डॉक्टर इस बैक्टीरिया के इन्फेक्शन का पता कैसे लगाते हैं?
मांस खाने वाले बैक्टीरिया (Necrotizing Fasciitis) से कोई व्यक्ति अगर संक्रमित हुआ है। तो डॉक्टर इसका पता तीन तरह से करते हैं। पहला बॉयोप्सी जांच से इसके लिए शरीर के टिश्यू का सैंपल लिया जाता है। इसके अलावा ब्लड प्रेशर मापकर भी इस इन्फेक्शन का पता लगाया जा सकता है। तीसरा CT स्कैन, MRI और अल्ट्रासाउंड के जरिए शरीर के अंदर के इन्फेक्शन को पता करने के लिए ये तरीके अपनाए जाते है।
क्या इस इन्फेक्शन का इलाज संभव है?
इस बैक्टीरिया से संक्रमित होने का सही समय पर पता न चले तो यह बीमारी जानलेवा भी हो सकती है। आपको बता दे की मांस खाने वाले बैक्टीरिया के इन्फेक्शन से बचने के लिए कोई वैक्सीन नहीं है। इसके लिए आपको कुछ सावधानियां बरतनी होगी सबसे पहले घाव की सफाई करके उससे निकलने वाले खून आदि को रोकनें का प्रयाश करें। इसके अलावा डॉक्टर इस इन्फेक्शन को रोकने के लिए एंटीबॉयोटिक और सर्जरी करते हैं। अगर इन से भी इन्फेक्शन फैलनें से न रुके तो डॉक्टर ऑपरेशन के माध्यम से शरीर के उस हिस्से को निकाल देते हैं।
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