RAIPUR. छत्तीसगढ़ NSUI से बड़ी खबर आ रही है। NSUI के प्रदेश संगठन द्वारा राज्य स्तर के 10 पदाधिकारियों को पद से हटा दिया गया है। NSUI प्रदेश संगठन का बाकायदा आदेश जारी कर अपने पदाधिकारियों से पद मुक्त कर दिया गया। जारी आदेश में संगठनात्मक कामकाज की अवहेलना का प्रमुखता से जिक्र किया गया है। जबकि निलंबित हुए पदाधिकारी सीधे निलंबन की कार्रवाई को गलत बता रहे है।
कांग्रेस पार्टी की छात्र इकाई ‘भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) के छत्तीसगढ़ प्रदेश संगठन ने बड़ी कार्रवाई की है। NSUI छत्तीसगढ़ ने बड़ा एक्शन लेते हुए अपने राज्य स्तरीय के 10 पदाधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
मंगलवार की शाम NSUI प्रदेश संगठन प्रभारी महामंत्री हेमंत पाल ने आदेश जारी किया। आदेश में उन सभी 10 नामों का उल्लेख है जिन पर निलंबन की कार्रवाई की गई है। इस आदेश में इन पदाधिकारियों पर लगातार संगठन के आदेश की अवहेलना करने और संगठन की जवाबदारी का पूर्ण रूप से न निभाने का उल्लेख किया गया है। इन कारणों का हवाला देते हुए इन 10 पदाधिकारियों को निलंबन करने का आदेश जारी किया गया है।
इन्हें किया निलंबित
छत्तीसगढ़ NSUI ने निलंबित किए गए पदाधिकारियों के नाम का भी जिक्र किया है। इसमें अमनदीप भट्टी, पूनम तिवारी, आकाश कन्नौजिया, ऐश्वर्या यदु, राजा यादव, आकाश कुर्रे, हिमांशु अग्रवाल, आकाश अग्रहरि, कृतिब्रत मंडल और उमेश कर्मा को निलंबित कर दिया गया है।
शिविर में अनुपस्थिति के कारण कार्रवाई की चर्चा
चर्चा है कि प्रशिक्षण शिविर में अनुपस्थित रहे NSUI के पदाधिकारियों पर निलंबन की गाज गिरी है। बीते दिनों राजधानी रायपुर में प्रदेश NSUI द्वारा ‘उदय’ नामक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया था। इसमें NSUI के पदाधिकारी प्रदेश भर से शामिल हुए थे। वहीं इस शिविर में नहीं आने वाले पदाधिकारियों के ऊपर निलंबन की कार्रवाई की गई है। जबकि कुछेक ऐसे पदाधिकारी है जो पिछले कई कार्यक्रम में उपस्थित ही नहीं रहे। उनकी निष्क्रियता के कारण उन्हें निलंबित किया गया है।
न मिला नोटिस न ली हमारी प्रतिक्रिया
इस मामले में निलंबित पदाधिकारियों का कहना है कि संगठन के हमारे पदाधिकारी इस कार्रवाई से पूर्व न ही हमें सूचना दिए और न ही हमारा पक्ष लिया गया। हमें नोटिस भी जारी नहीं किया गया। कम से कम हमारा पक्ष तो लेना था, सीधे निलंबन की कार्रवाई को सही नहीं मान रहे है।
दादाजी एडमिट है, हॉस्पिटल में उलझा हूं
इस मामले में निलंबित किए गए NSUI के पदाधिकारी आकाश कन्नौजिया ने कहा कि मेरे दादाजी हॉस्पिटल में एडमिट है। उम्र ज्यादा है, उनकी हालत ठीक नहीं है। इसलिए शिविर में जाना और वहां ठहरना मेरे लिए थोड़ा मुश्किल था। बाकी हम एनएसयूआई के सदस्य है, हम अभी भी पार्टी और संगठन के लिए काम करते रहेंगे।
नितंरत निष्क्रय पदाधिकारी हुए निलंबित
इस मामले में छत्तीसगढ़ NSUI के प्रदेश अध्यक्ष नीरज पाण्डेय ने कहा कि कुछ पदाधिकारी निरंतर संगठनात्मक गतिविधियों से निष्क्रिय चल रहे थे। वहीं रायपुर में हुई ‘उदय’ शिविर NSUI के पदाधिकारियों के लिहाज से बेहद आवश्यक थी। फिर भी कुछ पदाधिकारी अनुपस्थित रहे। वहीं कुछ पदाधिकारी बीते कई आवश्यक इवेंट्स से नादारद चल रहे थे। जबकि जिन लोगों का जेन्यूइन प्रॉबल था उन्हें अपनी बात रखनी थी, लेकिन ऐसा पक्ष रखने वालों की समस्या को समझा और सुना गया। वहीं पक्ष नहीं रखने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की गई है।
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