RAIPUR. प्रदेश में गोधन और गोबर की महिमा का एक और अध्याय जुड़ने जा रहा है। बहुत जल्द ही प्रदेश के सभी सरकारी स्कूल भवनों की रंगाई-पुताई गोबर के पेन्ट से की जाएगी। इससे गोठानों में गोबर से पेन्ट तैयार करने वाले समूहों की महिलाओं के लिए भी रोजगार का अवसर बढ़ेगा। इस संबंध में मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्कूलाें को आदेश जारी किए जाएंगे।
प्रदेश में नरवा, गरुवा, घुरवा आउ बारी योजना के तहत गोठानों का संचालन किया जा रहा है। अब इन गोठानों को गोपालन और गोबर खाद तक सीमित नहीं रखा गया है, बल्कि गोधन से जुड़े अन्य तरीकों से भी नए विकल्प तलाशे जा रहे हैं। एक तरह से कह सकते हैं कि इन गोठानों को रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसी कड़ी में गोठानों में गोबर से पेन्ट भी तैयार होने लगा है। अब इसके लिए बड़े बाजार की भी तलाश है। इसके लिए स्कूलों की दीवारों की पेंटिंग सरकार को सबसे मुफीद लगी है।
दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को न्यू सर्किट हाऊस में कलेक्टर एसपी कॉन्फ्रेंस ले रहे थे। यहां उन्होंने गोठान एवं रीपा रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क के स्वसहायता समूह की ओर से लगाए गए स्टाल का अवलोकन किया। उन्हें गोबर से बना पेन्ट भी दिखाया गया। इस पर सीएम ने महिलाओं से इसकी विशेषताओं समेत अन्य जानकारी ली। इससे वे खासे प्रभावित हुए और इसके लिए बड़े स्तर पर बाजार तलाशने की बात कही।
अपर मुख्य सचिव लिखेंगे पत्र
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान अपर मुख्य सचिव से चर्चा की। साथ ही उन्हें स्कूलों को इस संबंध में आदेश जारी करने की बात कही। अब वे स्कूल शिक्षा विभाग को जल्द ही पत्राचार करेंगे, जिसके बाद सभी जिला शिक्षा अधिकारियों व स्कूलों को आदेश जारी कर दिया जाएगा। वहीं जल्द ही आदेश का पालन शुरू हो जाएगा, जिससे महिलाओं के पास भी रोजगार के अवसर बढ़ जाएंगे।