KORBA. जिले की कोयला खदान के एक क्रेन का टायर निकालते हुए बड़ा हादसा हो गया। अचानक डिस्क ब्रेक झटके के साथ बाहर आया, जिसकी चपेट में एसईसीएल का मेंटेनेंस कर्मचारी आ गया। हादसा कितना दर्दनाक था इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कर्मचारी का सिर धड़ से अगल होकर दूर छिटक गया। उसके साथ काम कर रहे कर्मचारी भी सदमे में आ गए। फिलहाल पुलिस और एसईसीएल प्रबंधन मामले की जांच कर रहे हैं।

घटना गुरुवार की है। एसईसीएल के दीपका महाप्रबंधक कार्यालय के सामने दीपका विस्तार परियोजना का एक क्रेन खराब हो गया था। उसे सुधारने के लिए दोपहर में मेंटेनेंस कर्मचारी और एटक के वेलफेयर कमेटी सदस्य लालदास खरे और कुछ अन्य कर्मचारियों को भेजा गया। उन्होंने काम शुरू किया। साथ में अन्य विभागीय कर्मचारी और ठेका कर्मी भी उनकी मदद कर रहे थे। इस बीच जैसे ही लालदास ने क्रेन के पिछले चक्के का नट खोला, तेज शोर के बीच टायर में धमाका हो गया। इसके साथ ही टायर में लगा डिस्क निकल कर दूर उछल गया। लालदास का सिर भी उसकी चपेट में आ गया। डिस्क इतनी गति में उछला था कि उनका सिर धड़ से अलग होकर कुछ दूर में रखे एक अन्य क्रेन के पास जाकर गिरा।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह घटना देखकर वे स्तब्ध रह गए। बताया जा रहा है कि ट्यूब वाले टायर क्रेन में ज्यादा हवा डल जाने से इस तरह की घटना होती है। यह भी कहा जा रहा है कि वर्कशाप में मेंटेनेंस के दौरान टायर में ज्यादा हवा डाल देने से ऐसी दर्दनाक घटना हुई है। वहीं इस हादसे में एक अन्य विभागीय कर्मचारी के हाथ और एक ठेका मजदूर के पैर में चोट आई है। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस हादसे की सूचना मिलते ही दीपका खदान प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारी और विभागीय सुरक्षाकर्मी भी घटनास्थल पहुंचे। साथ ही मामले की जानकारी दीपका थाने में दी गई।

सालभर पहले ही आए थे भटगांव से
सहकर्मियों ने बताया कि मृतक लालदास इससे पहले भटगांव कोयला खदान में कार्यरत थे। सालभर पहले ही उनका स्थानांतरण दीपका खदान में हुआ था। तब से वे परिवार समेत दीका कालोनी में रह रहे थे। उनके परिवार में पत्नी समेत एक पुत्र व एक पुत्री हैं। इस आकस्मिक घटना से उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
सुरक्षा के प्रबंध नहीं, क्यों हुई लापरवाही, होगी जांच
इस हादसे में कई तरह की लापरवाही की बात कही जा रही है। वर्कशाप में टायर की क्षमता से अधिक हवा किसने और क्यों भरा, मौके पर मरम्मत के दौरान सुरक्षा के उपाय किए गए थे या नहीं ये सभी जांच का विषय है। इस बात को ध्यान में रखते हुए स्थानीय अधिकारी जांच करेंगे। वहीं इसकी सूचना डिप्टी डायरेक्टर माइंस आफ सेफ्टी (डीडीएमएस) और महाप्रबंधक सेफ्टी एंड रेस्क्यू को भी दी गई है। वहीं महाप्रबंधक एसके सिंह भी घटना स्थल पहुंचे। उन्होंने भी पूरे मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं।



































