KAWRADHA. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बन रहे मकानों में बड़ गड़बड़झाला सामने आया है। इस योजना के तहत जिन लोगों के मकान बनने थे उनके नाम से राशि पास कराने के बाद उनके खातों से रुपए निकाल कर ठेकेदार फरार हो गए हैं। इसकी जानकारी जब जनपद पंचायत तक पहुंची तो उन्होंने 6 ठेकेदारों के खिलाफ अपराध दर्ज कराया गया।

मिली जानकारी के अनुसार ठेकेदारों का यह पूरा कांड कवर्धा जिले के जनपद पंचायत पंडरिया से जुड़ा है। पंडरियों के कई ग्राम पंचायतों में प्रधानमंत्री आवास योजना में भारी गड़बड़ी सामने आई है। इस योजना के तहत आवास निर्माण का ठेका लेने वाले ठेकेदारों ने हितग्राहियों के खाते से रुपए पार कर दिए। मकानों का अधूरा छोड़ ठेकेदार फरार हो गए हैं। इस मामले में जनपद पंचायत के सीईओ ने 6 ठेकेदारों के खिलाफ कुकदूर थाना में एफआईआर दर्ज कराई है।

बताया जा रहा है कि फरार ठेकेदारो ने यहां के बैगा आदिवासी गांव में लोगों के भोलपन का फायदा उठाया। यहां पर मकान के नाम पर आदिवासियों के खातों में रकम तो आई लेकिन इस रकम को ठेकेदारों ने निकाल लिया। प्रदेश में संभवत: इस तरह का पहला मामला है जहां ठेकेदारों ने पीएम आवास की राशि को ले गए। इस मामले में कई गांवों से शिकायतें आई कि ठेकेदार उनके मकान का काम अधूरा छोड़कर भाग गए हैं।

शिकायत के बाद कलेक्टर ने इन मामलों की जांच का निर्देश जिला पंचायत सीईओ एवं जनपद पंचायत पंडरिया को दिया था। मामले की जांच के दौरान अफसरों ने मौके पर जाकर देखा। इस दौरान ग्राम पंचायत बिरहुलडीह, सेंदुरखार, कांदावानी के बैगा आदिवासियों के आवास निर्माण का कार्य हितग्राहियों ने ठेकेदार को दिया था। जांच के दौरान बैगा आदिवासियों ने लिखित शिकायत दर्ज कराई थी।

जांच के दौरान पता चला कि ठेकेदार काशीराम बैगा ग्राम अमनिया, धुंधराम माठले ग्राम रुखमीदादर, बसंत पानिक ग्राम राली तरेगांव, रामेश्वर प्रसाद जयसवाल ग्राम नेऊर, पंनसरिया ग्राम बांगर, संतोष सिंह गोड़ ने पीएम आवास के लिए सरकार से मिली राशि का गबन किया है। इस मामले में सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है।






































