BHILAI. सीमा सुरक्षा बल (BSF) द्वारा छत्तीसगढ़ में नक्सली अभियान के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी काम कर रही है। इसी कड़ी में बुधवार का आईआईअ भिलाई (IIT Bhilai) में वृहद पौधरोपण का कार्यक्रम रखा गया। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से सीमा सुरक्षा बल कमांड मुख्यालय (विशेष संक्रिया) नया रायपुर के अतिरिक्त महानिदेशक आशीष गुप्ता (आईपीएस) उपस्थित रहे।

इस मौके पर उन्होंने प्रदेश में बीएसएफ (BSF) की उपस्थिति के बाद आए बदलाव की जानकारी दी। मीडिया से चर्चा के दौरान एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बीएसएफ किसी भी राजनीतिक दलों के दबाव में काम नहीं करती। बीएसएफ संविधान के अनुसार काम करती है। बीएसएफ की मौजूदगी के कारण आज नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बैंक खुले, सड़के बनी और सेना अंतिम छोर तक पहुंच चुकी है। आने वाले दिनों में इसका और भी असर दिखेगा।

1000 पौधे रोपे
इससे पहले आईआईटी भिलाई (IIT Bhilai) में पौधरोपण किया गया। सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी, अधिनस्थ अधिकारी और जवान एवं आईआईटी भिलाई के प्रोफेसर और छात्रों ने इसमें भाग लिया। आईआईटी कैंपस में 1000 फलदार एवं छायादार पौधे लगाए गए। इस अवसर पर अतिरिक्त महानिदेशक आशीष गुप्ता, आईपीएस, महोदय ने भी वृक्षारोपण कर वन एवं पर्यावरण को सुरक्षित रखने का संदेश दिया।

इस दौरान उन्होंने कहा कि पर्यावरण ही पृथ्वी पर एकमात्र जीवन के अस्तित्व का आधार है, इसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि बीएसएफ का लक्ष्य ढ़ाई लाख पौधे लगाने का है। इसके लिए आईआईटी भिलाई प्रबंधन से बात की गई तो उन्होंने हमारे पहल की सराहना करते हुए स्थल उपलब्ध कराया। आज बीएसएफ द्वारा आईआईटी परिसर में नीम व सागौन के पौधे रोपे गए। उक्त कार्यक्रम के दौरान सीमा सुरक्षा बल छत्तीसगढ़ के महानिरिक्षक इंदराज सिंह भी मौजूद रहे।

अब लगा चुके 98,487 पौधे
बता दें कि सीमा सुरक्षा बल नक्सल अभियान के साथ-साथ पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भी कृत संकल्प है। सीमान्त मुख्यालय (विशेष संक्रिया) सीमा सुरक्षा बल भिलाई, छत्तीसगढ़ ने अपनी तैनाती के इलाके में पर्यावरण को सुरक्षित हरा-भरा एवं स्वच्छ बनाऐ रखने के लिए अब तक 98,487 छायादार एवं फलदार पौधों का पौधारोपण कर चुका हैं । सीमा सुरक्षा बल हर साल बरसात के मौसम में अपने आसपास के इलाके में वृक्षारोपण का कार्य करती है।






































