नासिक। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में शनिवार देर शाम को आसमान में रहस्यमयी रोशनी दिखाई दी थी। यह रहस्यमयी रोशनी कुछ और नहीं, बल्कि सैटेलाइट थी। वैज्ञानिकों ने इसकी पुष्टि कर दी है। महाराष्ट्र के चंद्रपुर, छत्तीसगढ़ से लगा महाराष्ट्र का इलाका गढ़चिरौली में इसके कुछ हिस्से मिले हैं।
इस घटना के बाद से लोगों के मन में आसमान में दिखने वाली रोशनी को लेकर कई सवाल चल रहे थे, क्योंकि जिस तरीके से जलते हुए टुकड़े गिरे वह किसी के लिए भी चौंकाने वाला था।
सैटेलाइट के कुछ टुकड़े महाराष्ट्र के सिंदेवाही तालुका स्थित लाडबोरी गांव में गिरे। गांव में सैटेलाइट के कई टुकड़े मिले। जांच दल ने इन टुकड़ों की जांच की। प्राथमिक जांच में यह पता चला है कि यह उल्कापिंड नहीं बल्कि सैटेलाइट के टुकड़े हैं। खगोलविदों की एक टीम यहां पहुंच गई है। वे इन टुकड़ों को इकट्ठा कर रही है।
घटना के दौरान बीती रात लाडबोरी के लोगों ने तेज आवाज सुनी। यह आवाज हवाई जहाज के उड़ने के दौरान निकलने वाली आवाज की तरह लग रही थी, लेकिन चंद सेकेंड बाद ग्रामीणों ने एक बड़े धमाके की भी आवाज सुनी। जब लोग घर से बाहर निकल कर देखा तो इस स्थान पर कुछ अजीबोगरीब जलती हुई कोई चीज दिखाई पड़ी। इससे गांव में दहशत फैल गई।
खगोलविदों के अनुसार भारतीय समयानुसार शाम 6:11 बजे ब्लैकस्की नामक उपग्रह (a satellite called Blacksky) को न्यूजीलैंड के माहिया प्रायद्वीप से पृथ्वी से 430 किलोमीटर की ऊंचाई पर प्रक्षेपित किया गया था। घटना के बाद खगोलविदों की एक टीम आज मौके पर पहुंच गई है और जले हुए उपग्रह के टुकड़े एकत्र करना शुरू कर दिया है।
चंद्रपुर के जिलाधिकारी अजय गुलहाने के अनुसार स्थानीय लोगों ने शनिवार को अपराह्न करीब 7.50 बजे सिंदेवाही तहसील के लाडबोरी गांव में खुले भूखंड में लोहे का एक छल्ला पड़ा देखा। गुलहाने ने बताया कि मुंबई के आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष को यह जानकारी दे दी गई है और एक दल चंद्रपुर के गांव का दौरा कर सकता है।
उन्होंने बताया कि रविवार सुबह इसी तहसील के पवनपार गांव में सिलेंडरनुमा वस्तु पाई गयी। उन्होंने कहा ‘यह सिलेंडरनुमा वस्तु है जिसका व्यास एक से डेढ़ फुट है। इसे जांच से लिए रख लिया गया है। हमने कनिष्ठ राजस्व अधिकारियों को जिले के प्रत्येक गांव में भेजा है ताकि पता लगाया जा सके कि कहीं किसी गांव में और कोई वस्तु गिरी तो नहीं है।
कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने उत्तरी महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में शनिवार शाम आसमान से दहकती हुई अज्ञात वस्तुएं गिरने की सूचना दी। पूर्वी महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में एक स्थानीय सरकारी अधिकारी ने बताया कि सिंदेवाही तहसील के लाडबोरी गांव में शाम करीब पौने आठ बजे‘ एल्यूमिनियम और स्टील की एक वस्तु’ गिरी।
इस तरह के दृश्य महाराष्ट्र के बुलढाणा, अकोला, जलगांव व गढ़चिरौली जिलों में शाम करीब साढ़े सात बजे और मध्य प्रदेश के बड़वानी, भोपाल, इंदौर, बैतूल और धार तथा छत्तीसगढ़ के कांकेर, बालोद, मानपुर जिलों में भी देखने को मिले।
छत्तीसगढ़ से लगे गढ़चिरौली इलाके में भी गिरे अंतरिक्ष के अवशेष
इधर छत्तीसगढ़ से लगे इलाके में भी अंतरिक्ष के अवशेष गिरने की घटना घटी है। अंबागढ़ चौकी-विदर्भ सहित राजनांदगांव जिले के आखरी छोर में 2 अप्रैल की शाम 7.30 बजे के लगभग आसमान में उल्का पिंड जैसी वस्तु दिखाई दी थी। इस दौरान लोगों में अफरातफरी मच गई थी। इस बीच छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले की सीमा से लगे गढ़चिरौली जिले के सिंधवाही तालुका के लाडबोरी में आसमान से आठ से दस व्यास का एक वलय आग की लपटों और बेहद रोशनी के साथ गिरा।
मिली जानकारी के मुताबिक उल्का पिंड गिरने की बात से इलाके के सैकड़ों लोग इकट्ठे हो गए। वहीं राजनांदगांव जिले के साथ ही महाराष्ट्र के नागपुर और गढ़चिरौली जिले में लोगों के बीच कौतुहल की स्थिति रही। जिस स्थान पर आसमानी वस्तु गिरा वहां ग्रामीणों की भीड़ लगने के बाद गढ़चिरौली प्रशासनिक अधिकारियों ने उसे अपने कब्जे में ले लिया।
(TNS)