शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के बदरवास में रिहायशी इलाके में स्थित एक पटाखा कारखाने में मंगलवार को विस्फोट हो गया। हादसे में करीब 25 लोगों के जख्मी होने की खबर है। घायल लोगों में 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं हादसे में 2 लोगों की मौत की पुष्टि की गई हैं।
पुलिस के अनुसार फिलहाल घायलों को एक-एक कर निकालने का काम जारी है। जख्मी लोगों को इलाज के लिए शिवपुरी और गुना जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। ज्यादातर घायल एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं। हादसे की जानकारी लगने के बाद विधायक, कलेक्टर, एसपी मौके पर पहुंचे हैं।
शिवपुरी कलेक्टर अक्षय सिंह से मिली जानकारी के अनुसार हादसे में दो लोगों के शव इमारत से बरामद किए गए हैं। वहीं 3 गंभीर घायलों को गुना जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। उन्होंने जानकारी दी कि फिलहाल कारखाने में मौजूद किसी भी व्यक्ति से हादसे के बारे में बात नहीं हो सकी है, जिसके चलते कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। हालांकि पटाखे के सामान से आग लगने की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल रेस्क्यू टीम इमारत के अंदर सर्चिंग कर रही है।
बदरवास थाना प्रभारी राकेश शर्मा ने दो लोगों की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल से दो शव पूरी तरह जली हुई हालत में निकाले गए हैं, वहीं, चार अन्य लोग बुरी तरह से झुलसे हैं जिनकी हालत चिंताजनक है। परिवार के 25 लोग आग की चपेट में आने से झुलस गए हैं, जिनमें से 19 लोग गंभीर घायल बताए जा रहे हैं। फिलहाल सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
बताया जा रहा है कि पप्पू खान और बबलू खान पटाखे बनाने और खुदरा रूप से आतिशबाजी बेचने का काम करते हैं। शादियों का सीजन होने के चलते दुकान में बड़ी मात्रा में पटाखे भरे थे। मंगलवार दोपहर पटाखों की दुकान में अचानक आग लग गई, जिससे विस्फोट की स्थिति निर्मित हो गई और इसकी चपेट में यहां काम कर रहे लोग आ गए। दुकानदार का लायसेंसी गोदाम सुमेला गांव में बताया जा है। दुकान के साथ ही घर में भी पटाखे रखे होने की बात सामने आई है।
फिलहाल रेस्क्यू टीम मकान में फंसे लोगों को निकालने में जुटी है। ये भी जानकारी सामने आई है कि पटाखों के बारूद के चलते आग लगातार फैलती जा रही है। मौके पर दमकल का अमला भी आग पर काबू पाने में जुटा है।
शिवपुरी में पटाखा कारखाने में हुए विस्फोट ने झाबुआ जिले के पेटलावद हादसे की याद दिला दी। बता दें 12 सिंतबर 2015 को पेटलावद में जिलेटिन की छड़ों में विस्फोट होने से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
(TNS)