तीरंदाज, बिलासपुर। बिलासपुर का एक नायब तहसीलदार ऐसा है जिसे घूस में महंगी रुपए नहीं बल्कि महंगी शराब की बोतल चाहिए। जमीन का रकबा बढ़ाना हो या कोई अन्य कार्य कराना हो साहब को महंगी शराब की बोतल की चढ़ावा चढ़ा दो और अपना काम आसानी करा लो। इस नायब तहसीलदार का वीडियो वायरल होने के बाद इनकी कहानी सामने आई। अब एसडीएम जांच के बाद कार्रवाई की बात कर रहे हैं।
बिलासपुर के इस नायब तहसीलदार का नाम रमेश कुमार है जो कि मस्तुरी में तहसील कार्यालय में पदस्थ है। इनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें तहसीलदार जमीन का रकबा बढ़ाने के लिए महंगी शराब की डिमांड कर रहे हैं। वीडियो में कह रहे हैं कि चलो ब्लेंडर प्राइड मंगाओ, और पूछ भी रहे हैं कि यह ब्लेंडर प्राइड कितने में आता है।
दरअसल तीन दिन पहले ग्राम गोडाडीह का एक ग्रामीण अपनी जमीन का रिकॉर्ड सुधारने व रकबा बढ़ाने के लिए नायब तहसीलदार के पास पहुंचा था। इस दौरान उनके आवेदन पत्र पर दूसरे पक्ष को सुने बिना ही नायब तहसीलदार ने ग्रामीण का जमीन रकबा बढ़ाने का निर्देश दे दिया। इस दौरान उसने ग्रामीण से मंहगी शराब की बोतल की डिमांड की थी। जिसका किसी ने वीडियो बना लिया और वायलर कर दिया।
खासबात यह है कि इनका कर्मचारी भी कमीशन खोर निकला। जिस शराब को मंगाने की बात तहसीलदार कर रहे हैं उसकी बजार में कीमत 1300 रुपए है। वहीं कर्मचारी इसके लिए 1800 रुपए की डिमांड कर रहा है। यानी बाकी का रुपया इसकी जेब में। कुल मिलाकार तहसील कार्यालय में शराब की बोतल के बदले काम हो रहा है।
कलेक्टर तक पहुंची बात
वीडियो वायरल होने के बाद तहसीलदार प्रशासनिक कार्रवाई के घेरे में आ गए हैं। एक ओर जहां एसडीएम ने इस मामले में जांच करने की बात कही है यही इस मामले में कलेक्टर तक भी बात पहुंची है। कलेक्टर सारांश मित्तल ने इस पर संज्ञान लिया है। उन्होंने इस मामले में राज्य सरकार को पत्र लिखकर नायब तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई करने कहा है।