भिलाई। प्रदेश के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न् मांगों को लेकर सामूहिक अवकाश ले लिया है। स्वास्थ्य कर्मियों ने तीन दिन का सामूहिक अवकाश लेकर प्रदर्शन शुरू किया लेकिन इसका असर पूरे सप्ताह दिखने वाला है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस सप्ताह दो दिन सरकारी सरकारी छुट्टी व शनिवार रविवार को साप्ताहिक अवकाश है। खासबात यह है कि स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल को अन्य कर्मचारी संगठनों ने भी समर्थन दिया है।
बता दें छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ व अधिकारी-कर्मचारी संघर्ष संयुक्त मोर्चा ने 11 से 13 अप्रैल तक सामूहिक अवकाश की घोषणा की है। सोमवार को प्रदेश के सभी जिलों में स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा हड़ताल शुरू कर दी गई है। हड़ताल का असर राजधानी रायपुर के साथ दुर्ग भिलाई में देखने को मिला। यहां स्वास्थ्य कर्मियों ने काम छोड़कर धरना शुरू कर दिया है। इसमें जीवन दीप समिति के कर्मचारी, लैब टेक्नीशियन, रेडियोग्राफर, फार्मासिस्ट, आरएमए आदि कर्मचारी शामिल हैं।
सप्ताह भर रहेगा कार्य प्रभावित
स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल 11 से 13 अप्रैल तक है और उसके बाद 14 अप्रैल को डॉ.भीमराव अंबेडकर के जन्म दिवस व 15 अप्रैल को गुड फ्राइडे की छुट्टी है। 16 अप्रैल शनिवार व 17 अप्रैल को रविवार को साप्ताहिक अवकाश रहेगा। इसके कारण पूरे सप्ताह कार्य नहीं होगा। जिन कर्मचारी संगठनों ने इसे समर्थन दिया है उनका कार्य प्रभावित होगा। वहीं स्वास्थ्य कर्मचारियों ने कहा कि स्वास्थ्य संबंधी आपातकालीन सेवाओं पर असर नहीं होगा।
जाने क्या है स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगे
स्वास्थ्य कर्मियों की प्रमुख मांगों में वेतन विसंगति का दूर करने, एनएचएम को नियमित करने, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को नियमित करने, वार्षिक वेतन वृद्धि 10 प्रतिशत करने, जीवनदीप समिति के कर्मचारियों को कलेक्टर दर पर वेतन देने, 34 प्रतिशत डीए शामिल हैं। स्वास्थ्य कर्मियों की कुल 28 मांगे हैं जिसके लिए यह प्रदर्शन किया जा रहा है।
स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के रायपुर जिला अध्यक्ष अशोक डहरिया ने बताया कि कर्मचारियों की मांगों को लेकर समय-समय पर ज्ञापन दे चुके है। लेकिन शासन स्तर पर कोई पहल नहीं हो रही है। इससे पहले 7 मार्च को भी सांकेतिक प्रदर्शन किया गया था। यदि सरकार ने हमारी मांगों को नहीं माना तो आने वाले समय में अनिश्चित कालीन हड़ताल किया जाएगा।