चामराजनगर। एक तरफ देश में हिजाब, हलाल को लेकर धार्मिक आधार पर नफरत फैलाने की कोशिश हो रही है, वहीं दूसरी तरफ एक मुसलमान के बनवाये भगवान गणेश के मंदिर में श्रद्धलुओं की भीड़ जुटती है। कर्नाटक के चामराजनगर के चिखोले रिजर्व में एक मुस्लिम चौकीदार द्वारा करीब चार साल पहले अपनी पेंशन के पैसे से मंदिर बनवाया गया था। पी. रहमान के अनुसार भगवान गणेश ने उन्हें सपने में मंदिर बनाने का निर्देश दिया था, जिसके बाद उन्होंने इसे बनवाया।
रहमान ने मंदिर बनवाने के लिए पैसे देने के साथ ही मंदिर में एक पुजारी भी नियुक्त किया है, जिसे वह हर महीने चार हजार रुपए दे रहे हैं। इसके अलावा वह हर हफ्ते सोमवार और शुक्रवार को वहां पूजा के लिए फूल और अन्य पूजा सामग्री की व्यवस्था भी करते हैं। रहमान कहते हैं कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि लोग नफरत क्यों फैलाते हैं। इंसान में सिर्फ मर्द और औरत में फर्क होता है। बाकी हर कोई एक जैसा है। रहमान कहते हैं कि मनुष्य होने के नाते हिंदू और मुसलमान में कोई अंतर नहीं है। हमारे पास एक ही खून है।
मंदिर निर्माण के पीछे यह है कहानी
रहमान के अनुसार मंदिर का निर्माण चार साल पहले हुआ था। यहां से एक दिन गणेश जी की प्रतिमा चोरी हो गई थी। मैंने इसकी भरपाई के लिए अपनी पेंशन खर्च कर दी। मैंने स्थानीय संतों से परामर्श किया और भगवान गणेश की मूर्ति लेने के लिए तमिलनाडु गया।
वह कहते हैं कि ऐसा करने पर मेरे परिवार ने कभी आपत्ति नहीं की। मेरे समुदाय के लोगों को भी इस बात से कोई दिक्कत नहीं है कि मैं हिंदू भगवान की पूजा क्यों करता हूं या मैंने मंदिर क्यों बनाया है। ब्रह्म एक है। उनके सच्चे भक्त इस बात में फर्क नहीं करते कि मंदिर एक मुसलमान बना रहा है। मुझे समझ नहीं आता कि अचानक झगड़ा क्यों होता है।