तीरंदाज डेस्क। बंगाल की खाड़ी में फिर एक चक्रवाती तूफान का खतरा पैदा हो गया है। बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दाब का क्षेत्र चक्रवात में बदलने की संभावना है। 21 मार्च तक यह चक्रवाती तूफान में बदल कर दक्षिण पूर्वी तटीय क्षेत्रों से टकराएगा। इसके बाद इसके उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का अनुमान है। जब यह चक्रवात में बदल जाएगा तब इसका नाम ‘आसनी’ रखा जाएगा। यह नाम श्रीलंका दिया गया है।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दक्षिण-पश्चिम हिंद महासागर (Indian Ocean) के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के अगले सप्ताह की शुरुआत में एक चक्रवात में बदलने का अनुमान है। पूर्वानुमान है कि यह बांग्लादेश और उससे सटे उत्तरी म्यांमार की ओर बढ़ सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव का क्षेत्र चक्रवात में बदलने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने कहा है कि यह अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की ओर बढ़ने से पहले कम दबाव के क्षेत्र में बदल गया है। इसके बाद यह उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ेगा और 23 मार्च की सुबह तक बांग्लादेश और उससे सटे उत्तरी म्यांमार तट के पास पहुंच जाएगा। 22 व 23 मार्च को दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर स्थिति बिगड़ने की आंशका है। यही नहीं इस दौरान तेज हवाएं चलने की अनुमान है।
मछुवारो को किया गया अलर्ट
चक्रवाती तूफान आसनी की आंशका के बाद मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे दक्षिण बंगाल की खाड़ी और उससे सटे भूमध्यरेखीय हिंद महासागर के मध्य भागों में जाने से बचें। दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और अंडमान तटीय क्षेत्र में जाने से भी बचने की सलाह दी गई गई है। मौसम विभाग ने मछुआरों को शनिवार और मंगलवार के बीच अंडमान सागर और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर नहीं जाने की सलाह दी है।