रिसाली। नगर निगम रिसाली द्वारा अतिक्रमण पर बड़ी कार्रवाई की है। यहां एक बिल्डर ले नाले पर अतिक्रमण कर बाउंड्रीवॉल बना दी थी। लंबे विवाद के बाद सोमवार को निगम अमले ने उक्त बाउंड्रीवॉल को ढहा दिया है। लगभग 60 फीट लंबाई वाले बाऊंड्रीवाल को गिराने महापौर शशि सिन्हा व निगम आयुक्त आशीष देवांगन पहुंचे थे। मलबा हटाने के बाद नाला निर्माण कार्य दोबारा शुरू होगा।
बता दें नाली पर आकृति अपार्टमेंट का बाउंड्रीवॉल बना हुआ था। लंबे समय से अपार्टमेंट व निगम प्रशासन के बीच उक्त कब्जे के संबंध में विवाद चल रहा था। नाला के शुरूआत में पहले वर्मा परिवार ने अतिक्रमण किया था। इसे हटाने के बाद विवाद गहरा गया। अपार्टमेंट के मालिक का कहना था वह अपने हिस्से की जमीन पर बाऊंड्रीवाल बनाया। विवाद के चलते नाला निर्माण कार्य बीच में ही अटक गया था।
अब यह विवाद खत्म हो गया है। आज निगम की महौपार शशि सिन्हा व आयुक्त आशीष देवांगन की मौजूदगी में निगम के अधिकारियों ने आकृति अपार्टमेंट की 60 फीट लंबी बाऊंड्रीवाल ढहा दिया। अतिक्रमण हटाते समय मौके पर एमआईसी सद्स्य चन्द्रभान सिंह ठाकुर, गोविन्द चतुर्वेदी, परमेश्वर, सोनिया देवांगन, सहायक अभियंता आर.के. जैन, उपअभियंता हिमांशु कावड़े, राजस्व अधिकारी हरचरण सिंह अरोरा व संजय वर्मा उपस्थित थे।
कब्जे के कारण मिल रही थी पांच फिट जगह
मैत्रीकुंज में बनाए जा रहे नाला की चैड़ाई 13 फीट है। नाला के दोनो ओर 1-1 फीट जगह छोड़ना है। आकृति अपार्टमेंट के मुख्य गेट के पास चैड़ाई तो ठीक थी, लेकिन कुछ दूरी पर निगम के पास केवल 5 फीट जगह मिल रही थी। अपार्टमेंट का बाऊंड्रीवाल होने की वजह से काम रूक गया था। कार्य रूकने के बाद कागजी विवाद शुरू हो गया था। अपार्टमेंट के मालिक का कहना था कि वह अपने हिस्से की जमीन पर काबिज है।
इसके बाद निगम प्रशासन द्वारा सीमांकन कराया गया। सीमांकन के बाद बिल्डर ने सहायोग करना शुरू किया। राजस्व विभाग द्वारा चर्चा करने के बाद अतिक्रमण हटाया गया। मौके पर पहुंची महापौर शशि सिन्हा ने कहा कि रिसाली निगम गठन के बाद क्षेत्र को संवारने लगातार प्रयास किया जा रहा है। विकास कार्य में अतिक्रमण का बाधा कभी बर्दास्त नहीं किया जाएगा। थोड़ा सा अतिक्रमण हटाने से लाखों का भला होगा।