Tirandaj Desk। यूक्रेन पर किए गए रूस के हमले के बाद अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस सहित कई देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। इसके साथ ही रूस की सरकारी एजेंसियों के लिए विज्ञापन फेसबुक, यू-ट्यूब ने बंद कर दिए हैं। माना जा रहा है कि आने वाले समय में प्रतिबंधों को और मजूबत करते हुए स्विफ्ट (SWIFT) भी रूस के लिए बंद कर दिया जाएगा। मगर, क्या आप जानते हैं कि स्विफ्ट क्या होता है, यह कैसे काम करता है और रूस को इससे कैसे नुकसान होगा? अगर नहीं, तो पढ़ें ये काम की जानकारी…
पहले यह समझते हैं कि रूस को दंडित करने के लिए स्विफ्ट का इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है। स्विफ्ट सिस्टम से बाहर होने पर रूस से निर्यात और आयात लगभग असंभव हो जाएगा। रूस को पैसे के ट्रांसफर के लिए वैकल्पिक साधनों की तलाश करनी होगी। यानी स्विफ्ट बंद होने से रूस दुनिया के अधिकांश हिस्सों से अलग हो जाएगा। अर्थव्यवस्था और देश को बचाये रखने के लिए अंदर की ओर देखने के लिए मजबूर करेगा। यानी खुली अर्थव्यवस्था की जगह रूस बंद अर्थव्यवस्था में बदल जाएगा।
स्विफ्ट का मतलब यह होता है
स्विफ्ट (SWIFT) का मतलब है SOCIETY FOR WORLDWIDE INTERBANK FINANCIAL TELECOMMUNICATION है। आसान भाषा में स्विफ्ट एक वैश्विक भुगतान प्रणाली है, जिसका उपयोग दुनिया के 200 से अधिक देशों में 11,000 से अधिक वित्तीय संस्थानों और कंपनियों द्वारा किया जाता है। इसकी की स्थापना ब्रसेल्स में तीन मई 1973 को इसके उद्घाटन सीईओ, कार्ल रॉयटर्सकिल्ड (1973 – 1989) के नेतृत्व में किया गया था। एक देश से दूसरे देश में पैसे ट्रांसफर करने के लिए इसे एक कोड के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
कैसे करता है काम
स्विफ्ट ऐसा मैसेजिंग नेटवर्क है, जिसका इस्तेमाल बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा वित्तीय लेनदेन से संबंधित सूचनाओं के त्वरित और दोषरहित आदान-प्रदान के लिए किया जाता है। बैंक और वित्तीय संस्थान सुरक्षित और विश्वसनीय रूप से मनी ट्रांसफर निर्देश भेजने और प्राप्त करने के लिए स्विफ्ट भुगतान प्रणाली का उपयोग करते हैं। इस सिस्टम के जरिये प्रत्येक संगठन को 8 या 11 अंकों का यूनिक कोड दिया जाता है।
यह महत्वपूर्ण इसलिए है…
स्विफ्ट का इस्तेमाल दुनिया भर के 200 से अधिक देशों में 11,000 से अधिक संस्थानों द्वारा किया जाता है। लिहाजा, यह एक सार्वभौमिक रूप से स्वीकृत प्रणाली है। स्विफ्ट सिस्टम से बाहर होने पर रूस के बैंक रूस के बाहर से धन स्वीकार नहीं कर पाएंगे और न ही भुगतान कर पाएंगे।