पेंड्रा। प्रदेश के वनवासी क्षेत्रों में इन दिनों हाथियों का उत्पात बढ़ता ही जा रहा है। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में रविवार सुबह परिजनों के साथ महुआ बीनने गई 8 साल की बच्ची को हाथियों ने कुचल दिया। जिससे बच्ची की मौत हो गई। हाथियों के दलों को लेकर वन विभाग द्वारा क्षेत्र में मुनादी भी की जा रही है इसके बाद भी ग्रामीण जंगलों की ओर निकल रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार कोरिया वन मंडल के बॉर्डर पर बसे गांव भटियारटोला निवासी 8 साल की बच्ची रानी धनुहार को हाथियों ने कुचल दिया। बच्ची आज सुबह अपने परिजनों के साथ महुवा बीनने गई थी। इस दौरान परिजन महुआ बीनने लगे और रानी पेड़ के नीचे बैठ गई। तभी वहां हाथियों का झुंड पहुंच गया। इसे देख अफरा तफरी मच गई। हाथियों ने उत्पात मचाते हुए बच्ची को कुचल दिया। जिससे उसकी मौत हो गई।
अचानक हाथियों के वहां पहुंचने ने महुआ बीन रहे लोग अपने आप बचाने इधर उधर भागने लगे। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। आसपास के हाथी मित्र दल को क्षेत्र में बुलाया गया। वन विभाग टीम लगातार गांव में मुनादी करा रही है कि हाथियों के दल के पास न जाएं। वहीं वन विभाग ने आसपास अलर्ट जारी किया है। लोगों को स्पष्ट निर्देश हैं कि हाथियों के दल से बचकर रहें।
मृत बच्ची के परिजनों को आर्थिक सहायता
इधर हाथियों के हमले में मारी गई बच्ची के परिजनों को 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है। मरवाही के डीएफओ दिनेश पटेल ने बताया कि मृत बच्ची के परिजनों को तात्कालिक सहायता के रूप में 25000 रुपए की राशि दी गई है। ऐसे मामलों में प्रभावितों को 6 लाख रुपए मुआवजे का प्रावधान है। बच्ची के मामले में पूरा प्रकरण तैयार कर शासन को भेजा जाएगा और शेष राशि भी दिलाई जाएगी। मौके पर डीएफओं ने भी लोगों ने हाथियों से बचकर रहने की अपील की है।