तीरंदाज, डेस्क। स्वास्थ्य संबंधी समस्यओं के बाद हॉस्पिटल जाने पर हो रही दिक्कतों को खत्म करने का प्लान बनाया गया है। केन्द्र सरकार ने आयुष्मान भारत स्कीम को लेकर ताजा अपडेट दिया है। इसके अनुसार अब अब मरीजों के लिए सरकारी अस्पतालों में दस्तावेज साथ लाने का झंझट खत्म हो जाएगा। अपॉइंटमेंट लेते वक्त ही मरीज का आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट खाता खुल जाएगा। सरकार द्वारा इसे आभा नाम दिया गया है।
अपाइंटमेंट के समय आयुष्मान भारत खाता खोलने को लेकर एक शर्त भी है। यह खाता तभी खुल सकता है जब ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेते वक्त रोगी इसकी प्रक्रिया आगे बढ़ाएगा। इसमें इसमें अपॉइंटमेंट के अलावा डॉक्टर के पर्चे, जांच और उसकी रिपोर्ट, इलाज के लिए भुगतान और दवा इत्यादि के बिल व पर्चियों का पूरा ब्यौरा उपलब्ध रहेगा।
देश के सभी बड़े हास्पिटल को जोड़ा गया
इस योजना के तहत देश के सभी बड़े अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों को आपस में जोड़ा गया। देशभर के सभी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भी शामिल हैं। प्रत्येक खाताधारकों को 14 अंक का एक यूनिक नंबर दिया जा रहा है जो आभा कार्ड पर फोटो के साथ मौजूद रहेगा। पहले इस योजना हेल्थ आईडी नाम दिया गया था अब इसमें बदलाव करते हुए इसे आभा नाम दिया है।
देशभर के 409 अस्पतालों को किया गया लिंक
इस योजना के लिए देश के 409 अस्पतालों को वेबसाइट ors.gov.in से लिंक किया है। यह जानकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) से मिली है। एनएएच ने बताया है किइनमें से किसी भी अस्पताल में अपॉइंटमेंट लेने के लिए इस वेबसाइट पर सीधे पंजीयन किया जा सकता है। वेबसाइट पर आभा खाता खोलने का विकल्प भी दिया गया है। इसके अलावा वेबसाइट https://healthid.ndhm.gov.in/ पर जाकर भी आभा खाता खोल सकते हैं।
यह होगा आभा का फायदा
इस योजना के कारण मरीजों की कई सारी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी। इसमें दस्तावेज साथ ले जाने का झंझट नहीं रहेगा। आभा आईडी के जरिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट भी मिल सकेगी। अपॉइंटमेंट, जांच, पेमेंट और दवाओं इत्यादि का पूरा ब्यौरा होगा। आभा खाता आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस के जरिए खुलवा सकेंगे। रोगी द्वारा की गई सभी पेमेंट का बिल आभा पर भी होगा।
वीडियो कॉल की भी मिलेगी सुविधा
इससे मरीजों को वीडियो कॉल की भी सुविधा मिलेगी। इसके लिए अस्पतालों के सभी विभाग और डॉक्टरों को नेटवर्क से जोड़ा गया है। यदि कोई मरीज वीडियो कॉल पर डॉक्टर की सलाह लेना चाहता है तो वह भी उपलब्ध होगा। यही नहीं जल्द की प्राइवेट अस्पतालों को भी इस नेटवर्क से जोड़ने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए आयुष्मान भारत योजना के नेटवर्क में शामिल सभी अस्पतालों को शॉर्टलिस्ट किया जा रहा है।