Tirandaj Desk। वक्त कैसे बदलता है, यह अफगानिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री खालिद पायेंडा से बेहतर कौन समझ सकता है। कभी अफगान सरकार में छह अरब डॉलर का बजट पेश करने वाले पायेंडा आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। परिवार का पेट पालने के लिए वे अमेरिका में टैक्सी चला रहे हैं।
अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद से बड़ी संख्या में लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं। वहां की विकट स्थितियों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले साल अगस्त में तालिबान के अधिग्रहण से ठीक पहले देश छोड़कर जाने वालों में अफगानिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री खालिद पायेंदा भी हैं।
वह अपनी पत्नी और चार बच्चों के साथ अमेरिका चले गए थे। कभी काबुल में अफगानिस्तान के वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने 6 अरब डॉलर का बजट पेश किया था। आज वह अमेरिका में कैब चलाकर अपने परिवार का गुजारा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह छह घंटे टैक्सी चलाकर 150 डॉलर से थोड़ा अधिक कमाते हैं।
तालिबान के काबुल पर कब्जा करने से एक हफ्ते पहले पायेंडा ने वित्त मंत्री का पद छोड़ दिया था क्योंकि पूर्व राष्ट्रपति असरफ गनी के साथ उनके संबंध बिगड़ गए थे। इसके बाद वह परिवार के साथ अमेरिका भाग गए।
अफगानिस्तान के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने बहुत असमानता देखी और हम फेल हो गए। मैं भी उस विफलता का हिस्सा था। जब आप लोगों की पीड़ा देखते हैं और आप जिम्मेदार महसूस करते हैं तो यह कठिन होता है। उन्होंने कहा कि अफगानों में सुधार और गंभीर होने की इच्छा नहीं थी। मगर, अमेरिका ने 9/11 के बाद की नीति का केंद्रबिंदु बनाकर अफगानिस्तान में लोकतंत्र और मानवाधिकारों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को धोखा दिया है।
उन्होंने कहा कि अभी मेरे पास कोई जगह नहीं है। मैं यहां (अमेरिका) का नहीं हूं और मैं वहां (अफगानिस्तान) का नहीं हूं। यह बहुत खाली अहसास है। वह वॉल्श स्कूल ऑफ फॉरेन सर्विस, जॉर्ज टाउन यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में भी काम कर रहे हैं।