सूरजपुर। जिले में एक भालू की मौत का मामला सामने आया है। वन विभाग की सतर्कता व सुरक्षा ही भालू की मौत का कारण बना। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि भालू की मौत कांटेदार फेंसिंग में उलझने के कारण हुई। जंगल व जानवरों की सुरक्षा के लिए वन विभाग द्वारा ही कांटेदार फेंसिंग लगाई जिसमें बेचारा भालू उलझकर रहा गया।
मिली जानकारी के अनुसार यह घटना सूरजपुर जिले के वन परिक्षेत्र कुदरगढ़ के ग्राम बाक का है। वन विभाग ने जंगल की सुरक्षा के लिए चारों ओर कांटेदार फेंसिंग लगा रखी थी। इस ओर पहुंचा भालू इस कांअदार फेंसिंग में उलझकर रह गया। कई घंटों तक भालू इस कांटेदार फेंसिंग मं उलझा रहा जिसके कारण वह बुरी तरह लहूलुहान हो गया। इसके कारण उसकी मौत हो गई।
वन विभाग को जानकारी देने के बाद भी नहीं पहुंचे
बताया जा रहा है कि भालू के कांटेदार फेंसिंग में फंसने की जानकारी गांव के लोगों ने वन विभाग को दी थी। लेकिन विभाग के अधिकारी कर्मी समय पर नहीं पहुंचे। ग्रामीण भालू के डर से पास नहीं जा सके। जब भालू की मौत हो गई तब वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और आनन फानन में उसका अंतिम संस्कार कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग के अधिकारी समय पर पहुंचते तो भालू की जान बचने की संभावना थी।
इस पूरे मामले में वन विभाग की लापरवाही की चर्चा भी हो रही है। बताया जा रहा सूरजपुर जिले के इस वन परिक्षेत्र में दो दिन पहले एक हीरण की भी मौत हो गई थी। जंगल में जानवरों की सुरक्षा को लेकर लगातार वन विभाग की लापरवाही सामने आ रही है।