कोरबा। जब से शराब की दुकान खुली है तब से बालको मार्ग के बीच रामपुर में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। इस वजह से छेड़खानी की घटनाएं बढ़ गई है। इससे परेशान महिलाओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। दुकान हटवाने फूल देकर महिलाएं शराब खरीदारों से समर्थन मांग रहीं हैं।
शहर के रामपुर में संचालित शराब दुकान को बंद कराने के लिए मंगलवार से आंदोलन जारी है। इस दौरान महिलाओं का अलग प्रदर्शन देखने को मिला। महिलाओं ने मदिरा खरीदी के लिए आने वालों को गुलाब फूल भेंट कर शराब दुकान बंद कराने के लिए समर्थन मांगा।
कोरबा बालको मार्ग के बीच रामपुर में संचालित शराब दुकान को हटाने के लिए क्षेत्र की महिलाओं ने स्थानीय पार्षदों के नेतृत्व में मोर्चा खोल दिया है। पार्षद चंद्रलोक सिंह व हितानंद अग्रवाल सहित अन्य पार्षदों के नेतृत्व में महिलाओं का अनिश्चतकालीन धरना प्रदर्शन शुरू हो गया है। इस दौरान दुकान में शराब की खरीदी के लिए आने वालों का महिलाओं ने गांधीगिरी अंदाज में फूल भेंट कर स्वागत किया।
महिलाओं ने मदिरा प्रेमियों से आग्रह किया कि वे शराब दुकान बंद कराने में सहयोग करें। प्रदर्शन स्थल में महिलाओं को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने कहा कि विगत कई वर्षों से आइटीआई बालको मुख्य मार्ग पर देशी शराब दुकान संचालित है। प्रतिदिन शाम में शराब प्रेमियों का मेला सड़क पर लगा रहता है। मार्ग से गुजरने वालों को खासी समस्या होती है। परिवार सहित आवागमन करने वालों को सदैव इस सड़क पर छेड़छाड़ व दुर्घटना का डर बना रहता है।
शराब दुकान के निकट में कन्या छात्रावास व वाल्मीकि कल्याण आश्रम है। आसपास मंदिर और बड़ी बस्तियां भी है। शराब प्रेमियों की भीड़ के कारण महिलाओं का घर से बाहर निकलना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की जनता के साथ कांग्रेस ने धोखा किया है, हाथ में पवित्र गंगाजल की कसम खा कर प्रदेश में शराब बंदी का वादा किया था जो कि सिर्फ एक चुनावी जुमला बन कर रह गया है।
पार्षद चंद्रलोक सिंह ने कहा कि जब तक ये शराब दुकान बंद नहीं होती तब तक हमारा धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। धरना प्रदर्शन के दौरान कोसाबाड़ी मंडल उपाध्यक्ष राजेश सोनी,पार्षद रितु चौरसिया, पार्षद द्रोपदी वर्मा, पार्षद प्रेमचंद पांडेय, अजय गोंड, सुकुनदी अनीता यादव, अजय राठौर आदि उपस्थित थे।
शराब दुकान हटाने को लेकर पहली बार प्रदर्शन नहीं हो रहा। इससे पहले भी पार्षद के नेतृत्व में महिलाएं विरोध कर चुकी है। सप्ताह भर पहले क्षेत्र की महिलाओं ने पार्षदों के साथ मिलकर जनदर्शन में शराब दुकान हटाने की मांग की थी। आवेदन में इस बात का उल्लेख किया था कि दुकान नहीं हटाए जाने पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
चेतावनी के बाद भी दुकान स्थानांतरण नहीं करने के कारण महिलाओं ने प्रर्दशन शुरू कर दिया है। महिलाओं का कहना है कि यह आरपार की लड़ाई है। जब तक दुकान नहीं हटाया जाएगा तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
(TNS)