तीरंदाज डेस्क। बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के लिए टॉलीवुड ने मुश्किल खड़ी कर दी है। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि बीते 2 साल में बॉलीवुड फिल्मों का कारोबार ठप पड़ा है वहीं साउथ की फिल्म इंडस्ट्री ने जबरदस्त कारोबार किया है। एक तरह से देखा जाए तो टॉलीवुड बॉलीवुड पर भारी पड़ता दिख रहा है। कोरोना महामारी के दौरान यह देखने में है कि बॉलीवुड की फिल्में लगातार गिरती जा रही हैं वहीं दक्षिण भारतीय फिल्मों को देशभर में पसंद किया जा रहा है।
इस रिपोर्ट का सबसे चौंकाने वाला पहलू दक्षिण भारतीय फिल्मों का बीते दो साल में किया गया दमदार प्रदर्शन है। तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और मलयालम भाषाओं की फिल्मों ने मिलकर हिंदी सिनेमा का बॉक्स ऑफिस पर बैंड बजा दिया है। इनका प्रदर्शन हॉलीवुड सिनेमा पर भी भारी पड़ रहा है।
साल 2019 में जहां इन फिल्मों के कारोबार का हिस्सा कुल कारोबार में सिर्फ 36 फीसदी हुआ करता था, वह अब ये बढ़कर 59 फीसदी तक पहुंच गया है। इसमें भी तेलुगू सिनेमा ने अकेले कुल कारोबार में 28 फीसदी का योगदान किया जो हिंदी सिनेमा से एक फीसदी ज्यादा है। बीते दो साल की 10 सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में भी चार फिल्में तेलुगू की ही हैं।
कोरोना महामारी के दौरान भारतीय सिनेमा का हाल काफी बेहाल हुआ है इसे लेकर जारी रिपोर्ट में कहा गया कि साल 2020 और साल 2021 में रिलीज सारी फिल्मों को मिलाकर इनका कुल बॉक्स ऑफिस कारोबार सिर्फ 5757 करोड़ रुपये ही रहा। साल 2020 में फिल्मों का कारोबार बीते वर्ष की तुलना में 81 फीसदी तक नीचे गिर गया।
ऑरमैक्स मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार बीते साल जनवरी से मार्च और उससे पहले 2020 के जनवरी से मार्च की दोनों तिमाहियों तिमाहियों ने ही कुल कारोबार का करीब 87 फीसदी कलेक्शन भारतीय बॉक्स ऑफिस पर किया है। आमतौर पर कोई 103 करोड़ से टिकटें सिनेमाघरों में साल 2019 तक बिकती रही हैं। 2020 में ये संख्या घटकर 22.5 करोड़ और बीते साल 42.7 करोड़ ही रह गई।
भारतीय सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली फिल्मों में से दो साल पहले तक सबसे ज्यादा कारोबार करने वाली फिल्में बॉलीवुड की रही हैं। हिंदी सिनेमा ने साल 2019 तक देश के कुल फिल्म कारोबार में सबसे ज्यादा करीब 44 फीसदी का योगदान किया। लेकिन बीते साल भारी गिरावट के साथ ये गिरकर 27 फीसदी तक पहुंच गया। हॉलीवुड फिल्मों के कारोबार में भी गिरावट हुई है। कुल कारोबार में हॉलीवुड फिल्मों से होने वाला कलेक्शन पहले करीब 15 फीसदी होता था जो बीते साल तक गिरकर 11 फीसदी पर पहुंच गया।
भारतीय फिल्म जगत में कभी सबसे आगे रहा बॉलीवुड अब दक्षिण भारतीय फिल्मों से पिटने लगा है। ताजा रिपोर्ट के आंकड़े बताते हैं कि दक्षिण भारतीय भाषाओं में बनी फिल्मों का जो कारोबार दो साल पहले तक कभी देश के कुल कारोबार का सिर्फ 36 फीसदी हुआ करता था, वह अब आधे से भी ज्यादा हो चुका है।