भिलाई। 100 किला गांजे के लिए ओड़िशा में युवक को गिरवी रखे जाने के मामले में दुर्ग पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने ओड़िशा में गांजा तस्करों के बड़े नेटवर्क का ध्वस्त करते हुए न सिर्फ भिलाई के बंधक युवक को छुड़ाया बल्कि गांजा तस्करी के सरगना सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में भी सफलता पाई है। वहीं दो आरोपी फरार बताए जा रहे हैं।
बता दें चार दिन पहले एक युवक का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह अपने आपकों सुपेला निवासी सतीश गंधर्व बता रहा था। वायरल वीडियो के माध्यम से उसने बताया कि उसे गांजा के एवज में सुपेला में रहने वाले अयाज, परवेज, कालू और शाहरुख नाम के युवको ने गिरवी रख दिया है। विडियो के माध्यम से लापता युवक को प्राताडित कर पैसे की मांग की जा रही थी।
यही नहीं जिस युवक का वीडियो वायलर हुआ उसकी मां सविता गंधर्व ने 10 फरवरी को उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। सविता गंधर्व ने बताया कि कुछ युवक उसे अपने साथ ले गए थे उसके बाद वह वापस नहीं लौटा। इसके बाद से पुलिस इस मामले में जांच में जुट गई और युवकों की तलाश शुरू कर दी। जांच के दौरान सतीश गंधर्व भिलाई के रहने वाले कुछ लोगों के साथ ओड़िशा जाने की सूचना मिली।
वीडियो की जांच से मिला क्लू
इस पूरे मामले को दुर्ग जिले की नवगठत नारकोटिक्स सेल को सौंपा गया। जांच के दौरान पता चला किया वीडियो किसी जंगल के बीच में युवक को रखकर बनाया गया है। इसके बाद नारकोटिक्स सेल से निरीक्षक सुरेश ध्रुव, निरीक्षक गौरव तिवारी, सउनि पूर्ण बाहदुर सहित दो टीमों को ओडिशा रवाना किया गया।
नारकोटिक्स टीम द्वारा सूचना के आधार पर उड़िसा के जिला कालाहाण्डी के ताल नुआगॉव, मोहनगिरी, मनीखेरा के घने जंगलो में लगातार दबिश दी गई। इस दौरान नारकोटिक्स टीम को गांजा तस्कर अनिल सोनी उर्फ गुडुआ, सुनील, आदम व अनिल के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिली। अनिल सोनी सुपेला क्षेत्र का निगरानी बदमाश है जिसके विरूद्ध आधा दर्जन से अधिक अपराधिक मामले दर्ज है।
अनिल सोनी के बारे में पता चला कि वह ओड़िशा के कालाहाण्डी में रहकर गिरोह बनाकर गांजा तस्करी कर रहा है। गांजा तस्करों के द्वारा सतीश गंधर्व को कालाहाण्डी के घने जंगलों में अपहरण कर बंधक रखा गया था। टीम जब गांजा तस्करों के ठिकानों पर दबिश दे रही थी तो वे घने जंगलो का फायदा उठाकर ठिकाना बदल रहे थे। इसके बाद घेराबंदी कर अपहृत युवक सतीश गंधर्व व उसके साथ शहनवाज नाम के युवक को सुरक्षित रेस्क्यु किया गया।
मौके से आदम व अनिल को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद जबकि गिरोह का सरगना अनिल सोनी जंगलो व अंधेरे का फायदा उठाकर बच निकला। हालांकि बाद में उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में पुलिस ने सुपेला निवासी अनिल सोनी, मुरुम खदान फरीद नगर निवासी मोहम्मद शहजाद उर्फ चिडिया, नुआपारा कालांहाण्डी ओड़शा निवासी आदम सोना व पी बान उर्फ अनिल को गिरफ्तार किया गया। सुपेला निवासी आजाद खान व कालाहाण्डी ओड़शा निवासी सुनील फरार हैं।