बालाघाट। ऑनलाइन गेम की लत में अब बच्चे शातिर हो रहे हैं और अपने ही घर में सेंध लगा रहे हैं। बालाघाट के एक बच्चे ने तो बैंक के पूरे सिक्योरिटी सिस्टम को ही हिला दिया। दस साल के बच्चे ने यूट्यूब से यूपीआई जेनरेट करना सीखा और पिता के होल्ड कराए गए खाते से रुपये निकल लिए।
मामला मध्य प्रदेश के बालाघाट से सामने आया है, जहां दस साल के एक बच्चे ने अपने पिता के खाते से एक लाख 70 हजार रुपए निकालकर गेमिंग में उड़ा दिए। दो साल से बच्चे के पिता के खाते से लगातार पैसे निकल रहे थे, उन्होंने अपने खाते को होल्ड करा दिया तो बच्चे ने नया तरीका निकाला।
बच्चे ने यू-ट्यूब से यूपीआई पिन बनाना सीखा और पिता के खाते को फिर से साफ करना शुरू कर दिया। जब पिता परेशान हो गए, तो उन्होंने पुलिस में खाते से पैसों के गायब होने की शिकायत की। जांच में पता चला कि पैसे कोई सायबर ठग नहीं उड़ा रहा था। यह तो उनका बेटा था, जो फ्री-फायर गेम के लिए आईडी और साजो-सामान खरीदने के लिए पैसों की बर्बादी कर रहा था।
पुलिस ने बताया कि इस पूरे मामले में सबसे ज्यादा चौकाने वाली बात यह है कि बेटे ने खाते से रुपये भेजने और यूपीआई पिन बनाने का तरीका यूट्यूब से सीखा। पुलिस को दिए बयान में बालक ने बताया कि उसने यूट्यूब में अपलोडेड वीडियो देखकर यूपीआई पिन बनाना सीखा था। बच्चे ने यह भी बताया कि पिता ऑनलाइन पेमेंट या ट्रांजेक्शन के लिए जिस मोबाइल का इस्तेमाल करते थे, उसी मोबाइल से वह फ्री फायर गेम खेलता था।
कोतवाली पुलिस के मुताबिक, बेटे ने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर पिता के बैंक खाते से करीब पौने दो लाख रुपए निकालने की बात स्वीकार की है। स्वजनों ने इस मामले में बालक के खिलाफ शिकायत नहीं की है, जिसके बाद पुलिस ने बालक को समझाइश देकर छोड़ दिया है।
कोतवाली पुलिस ने बताया कि फरियादी के बैंक खाते से दो साल से 4, 5, 10, 20 हजार रुपए निकाले जा रहे थे। पैसों का डिडक्शन एसबीआई और महाराष्ट्र बैंक के खाते से हो रहा था। पिता ने करीब छह महीने पहले दोनों बैंक से संपर्क कर खाता होल्ड करा दिया, लेकिन बालक ने यूट्यूब की मदद से पिता के एक्सिस बैंक की यूपीआई पिन बनाकर उसमें से पैसे निकालना शुरू कर दिया।