बीजापुर। पांच दिन पहले अपहृत इंजीनियर को नक्सलियों ने रिहा कर दिया है। मंगलवार रात लगभग 9:30 बजे नक्सलियों ने इंजीनियर के साथ ही राजमिस्त्री को भी रिहा कर दिया है। बीजापुर एसपी कमलोचन कश्यप ने इसकी पुष्टि की है।
मिली जानकारी के मुताबिक माओवादियों द्वारा इंद्रावती नदी के पास बेदरे से अपहृत सब इंजीनियर अशोक पवार और राज मिस्त्री आनंद यादव को रिहा कर दिया है। 5 दिन पहले सब इंजीनियर अशोक पवार और राज मिस्त्री आनंद यादव का माओवादियों ने पुल निर्माण स्थल से अगवा किया था। इसके बाद पिछले 5 दिनों से सब इंजीनियर अशोक पवार का परिवार रिहाई के लिए जंगलों की खाक छान रहा था।
इस दौरान इंजीनयर की पत्नी ने मार्मिक अपील भी की थी। पत्नी और बच्ची की अपील रंग लाई। आज नक्सलियों ने इंजीनयर व राजमिस्त्री को रिहा कर दिया है। बता दें कि इंजीनियर अशोक की पत्नी सोनाली ने मीडिया के माध्यम से नक्सलियों को मार्मिक अपील की थी। यही नहीं सोनाली लगातार बेदरे में उस जगह डटी रहीं जहां से उनके पति का अपहरण हुआ था
सोनाली ने कहा था कि जब तक उनके पति को सकुशल रिहा नही कर दिया जाता तब तक वो बेदरे में ही डटी रहेंगी। सोनाली दिनभर बेदरे में खड़ी नदी की दूसरी ओर ताकती रहती हैं कि कहीं से उसका पति दिख जाए या कोई खबर लेकर आएगा। सोनाली पिछले तीन दिनों से बेदरे में नदी के पास डटी रही।
सोनाली की तपस्या रंग लाई और आज नक्सलियों ने उनके पति को सकुशल रिहा कर दिया। बीजापुर के एसपी कमलोचन कश्यप ने बताया कि नक्सलियों इंजीनियर अशोक पवार और राज मिस्त्री आनंद यादव को मंगलवार रात 9:30 बजे रिहा किया है। दोनों को बेदरे थाना लाया जा रहा है।
प्रदेश के प्रमुख आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने भी नक्सलियों से दोनों अपहृतों को रिहा करने की अपील की। साय ने कहा है कि ऐसे निर्दोष लोगों का अपहरण कर कुछ हासिल नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा था कि वे किसी भी मुद्दे पर सरकार से चर्चा कर सकते हैं।